GIS 2025 में रिकॉर्ड इंवेस्टमेंट: अब तक 26.61 लाख करोड़ के मिले निवेश प्रस्ताव, 17.34 लाख लोगों को नौकरी
CM Mohan Yadav Press Conference on GIS 2025 : भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिनों तक आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 (GIS 2025) ने प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। सीएम ने बताया कि 7 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को मिलाकर अब तक प्रदेश में 30 लाख 77 हजार करोड़ रुपये के निवेश के MoU हुए हैं। वहीं GIS 2025 में 26.61 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं जिससे 17.34 लाख प्रस्तावित रोजगार मिलेंगे।
विभिन्न क्षेत्रीय और सेक्टोरल विषयों पर चर्चा
समिट के समापन के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक इतिहास में एक अहम क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह समिट केवल एक सम्मेलन नहीं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था। इस वर्ष की समिट ने अपनी विशिष्टता और "अनंत संभावनाएँ" थीम के साथ विशेष ध्यान आकर्षित किया। पहली बार यह समिट मल्टी-समिट प्रारूप में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय और सेक्टोरल विषयों पर चर्चाएँ हुईं।
18 नई नीतियाँ लॉन्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2025 को समिट का उद्घाटन किया और उनके भाषण ने उद्योग जगत को नई दिशा दी। पीएम मोदी द्वारा राज्य के लिए 18 नई नीतियाँ लॉन्च की गईं, जो निवेश को बढ़ावा देने में सहायक होंगी। उद्घाटन सत्र में मध्य प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं को एक विशेष वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसे निवेशकों ने सराहा। समापन समारोह में गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री के राम मोहन नायडू भी उपस्थित थे, जिनसे मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
अदाणी ग्रुप का 2 लाख 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने समिट के दौरान मध्य प्रदेश में 2 लाख 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। यह निवेश रीवा और जबलपुर क्षेत्र के खनिज क्षेत्र में किया जाएगा, जिससे लगभग एक लाख नए रोजगार सृजित होंगे।
25,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन
समिट के दौरान 25,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए और 60 से अधिक देशों के 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं का लाभ उठाया। 9 देशों ने पार्टनर कंट्री के रूप में इस समिट में भाग लिया, जिनमें कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान, मोरक्को, पोलैंड, रूस, रवांडा और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं।
70 से अधिक प्रमुख उद्योगों और संगठनों के साथ वन-टू-वन मीटिंग्स
समिट के दौरान 70 से अधिक प्रमुख उद्योगों और संगठनों के साथ वन-टू-वन मीटिंग्स हुईं, जिनमें गोदरेज ग्रुप, पतंजलि, अरविंद ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप, टॉरेंट ग्रुप, डोनीयर, इनोक्स, जेटरों, गोल्डक्रेस्ट सीमेंट, और पेप्सिको जैसी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। समिट में कुल 600 B2G और 5,000 B2B बैठकें आयोजित की गईं। इस बार एआई-बेस्ड बिजनेस मैचमेकिंग टूल का इस्तेमाल किया गया, जिससे सही साझेदारों को जोड़ने में मदद मिली।
85 से अधिक एमओयू साइन किए
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के दौरान 85 से अधिक एमओयू साइन किए गए, जिनमें एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी के बीच ₹1,30,000 करोड़ का ऐतिहासिक एमओयू शामिल है, जिससे राज्य में सड़क और राजमार्ग अवसंरचना के विकास में मदद मिलेगी और उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा।
नीति निर्माण और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर
समिट के समापन पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह समिट राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो निवेश के नए अवसरों के साथ-साथ नीति निर्माण और भविष्य की दिशा तय करने का भी अवसर प्रदान करता है। उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य में निवेशकों का विश्वास मजबूत किया जाएगा और नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वे यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर भारत के विकास पथ पर अग्रसर रहे।