2019 के राजा होंगे शनि देव, सूर्य होंगे मंत्री
जैमिनी और केदार योग में होगा नए साल का आगमन, मंगलवार से होगी शुरूआत तो समापन भी मंगलवार को ही होगा
वर्ष 2018 की विदाई की वेला आ गई है। नए वर्ष 2019 के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नव वर्ष 2019 को लेकर हर किसी के मन में ढेर सारी आशाएं और सपने होंगे। नया साल कैसा रहेगा हम सब के लिए? जीवन में बेहतरी आएगी या नहीं? शिक्षा, कैरियर, खेती, स्वास्थ्य, राजनीति के मामले में कैसा रहेगा नया साल? ज्योतिषियों ने नए वर्ष को लेकर कई भवष्यिवाणियां की हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषियों की नजर में वर्ष 2019 कैसा रहेगा हम सबके लिए?
ज्योतिष विज्ञान के जानकार पंचागों के हवाले से बता रहे हैं कि वर्ष 2019 व हिन्दू कैलेण्डर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के राजा शनि हैं, जबकि मंत्री सूर्य होंगे। दुर्गेश भी शनि हैं, जबकि धनेश मंगल हैं। वर्ष 2019 में मंगलवार का विशेष संयोग बन रहा है। नए वर्ष की शुरूआत मंगलवार से हो रही है तो नए वर्ष का समापन भी मंगलवार को ही होगा। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार नव वर्ष की शुरूआत जैमिनी और केदार योग में हो रही है। शुक्र व चन्द्रमा के एक साथ रहने से जैमिनी योग बना है, जबकि सभी ग्रहों के चार स्थानों पर रहने से केदार योग का संयोग भी बन रहा है।
नए साल की शुरूआत सूर्य ग्रहण से होगी
ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार नए साल की शुरूआत सूर्य ग्रहण से हो रही है। छह जनवरी को पहला सूर्य ग्रहण होगा, जबकि दूसरा सूर्य ग्रहण दो व तीन जुलाई के मध्य होगा, लेकिन यह दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़ेंगे। तीसरा सूर्य ग्रहण वर्ष के अंत में 26 दिसम्बर को लगेगा, जो भारत में दिखेगा। नए साल में पहला चन्द्र ग्रहण 21 जनवरी को होगा, जबकि दूसरा चन्द्र ग्रहण 16 व 17 जुलाई को मध्यांतर में लगेगा और यह भारत में दिखाई भी देगा।
नए वर्ष में कई ग्रह होंगे वक्री और मार्गी
ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार नए साल में गुरु 10 अप्रैल को वक्री होंगे और मार्गी 11 अगस्त को होंगे। इसी तरह शनि 30 अप्रैल को वक्री और मार्गी 18 सितम्बर को होंगे। बुध पांच मार्च को वक्री होंगे। पूरे साल में बुध तीन बार वक्री होंगे और तीन बार ही मार्गी होंगे।
कई राशियों का होगा परिवर्तन
नए वर्ष में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होगा। शनि का राशि परिवर्तन 30 साल बाद धनु में होगा। शनि इससे पहले 18 दिसम्बर 1987 को धनु राशि में थे। अगली बार शनि 8 दिसम्बर 2046 को धनु राशि में आएंगे। बृहस्पति ग्रह वृश्चिक राशि से धनु में 29 मार्च को प्रवेश करेंगे। राहु का गोचर परिवर्तन कर्क से मिथुन राशि में सात मार्च को होगा और केतु धनु में प्रवेश करेंगे। शनि के 1 मई 2019 तक मार्गी रहने एवं सीधी चाल रहने से कई राशियों को फायदा मिलेगा। गुरु का स्थान परिवर्तन होने से देश की स्थिति काफी मजबूत बनेगी।
विभिन्न राशियों के लिए नया वर्ष
मेष- आर्थिक उन्नति, पारिवारिक व सामाजिक स्थिति मध्यम रहेगी।
वृष- लाभप्रद स्थिति, भाग्य साथ देगा।
मिथुन- मांगलिक कार्य, अनुकूल स्थिति।
कर्क- आर्थिक राहत, भूमि-वाहन योग।
सिंह- प्रतिष्ठा में वृद्धि, संतान पक्ष को सफलता।
कन्या- मांगलिक कार्य होंगे।
तुला- धार्मिक-सामाजिक सक्रियता बढ़ेगी।
वृश्चिक- व्यापार विस्तार, लक्ष्य प्राप्ति।
धनु- स्थान परिवर्तन, अनुकूल स्थिति।
मकर- आर्थिक उन्नति, संतान प्राप्ति।
कुंभ- मनोरथ पूरे होंगे. पदोन्नति होगी।
मीन- भाग्य का पूरा साथ, संतान प्राप्ति।
इनका कहना है
'वर्ष 2019 में शनि के राजा होने से चोरी और आतंकवाद की घटनाएं बढ़ेंगी, जबकि मंत्री सूर्य के होने से राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर वर्ष भर रहेगा। सूर्य के मंत्री होने से राजनीतिज्ञों का अमर्यादित व्यवहार रहेगा। इस वर्ष पानी की कमी होने से लोग पलायन करेंगे।'
डॉ. एच.सी. जैन
ज्योतिषाचार्य