अब 134 दिन के बाद होंगे विवाह, आखिरी सहालग के साथ ही विवाह समारोह बंद, ये हैं नए मुहूर्त

Update: 2020-12-12 04:15 GMT

स्वदेश वेब डेस्क। ऐसे कुंवारे युवक-युवती जो विवाह योग्य हो गए, उन्हें अपने विवाह के लिए आज से 134 दिन तक इंतजार करना होगा। इसके बाद वह विवाह कर पाएंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष कोरोना काल का अंतिम विवाह मुहूर्त 11 दिसंबर को संपन्न हो गया है। इसके बाद 24 अप्रैल तक विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। 25 अप्रैल से विवाहों के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे, जो जुलाई माह तक चलेंगे। ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने बताया कि 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी और 15 मार्च को फुलैरा दोज है। अत: इन अबूझ मुहूर्त में विवाह कर सकते हैं। इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं है।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार वर्ष 2020 देश-दुनिया के लिए ज्यादा अच्छे फल देने वाला नहीं रहा है। इस वर्ष का अंतिम विवाह मुहूर्त 11 दिसंबर को पूर्ण हो गया है। इसके बाद सूर्य देव गुरु बृहस्पति की धनु राशि में 15 दिसंबर को प्रवेश करेंगे तथा धनु राशि में 14 जनवरी तक रहेंगे। यह समय धनु संक्रांति कहलाएगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि 17 जनवरी 2021 को गुरु का तारा पश्चिम दिशा में अस्त होकर 13 फरवरी को पूर्व दिशा में उदय होगा। शुक्र का तारा 14 फरवरी को अस्त होकर 18 अप्रैल को उदित होगा। संवत् 2078 का अगला मुहूर्त 25 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होगा।

जमकर हुए विवाह

चार माह से अधिक समय तक के लिए विवाह मुहूर्त नहीं होने के कारण 9, 10 व 11 दिसंबर को जमकर विवाह हुए। मुहूर्त के अनुसार बारातें दिन व रात दोनों समय निकाली गईं। साथ ही दिन और रात में फेरे भी हुए।

बदले मौसम ने किया परेशान

शुक्रवार को विवाह की दृष्टि से मौसम का मिजाज कुछ ठीक नहीं रहा। इस दिन सुबह से लेकर रात तक बादल छाए रहे। दिन और रात के समय हुई बूंदा-बांदी ने वर-वधु पक्ष की दिल की धड़कने बढ़ा दी।

आगामी विवाह के मुहूर्त

- अप्रैल माह में 25, 26, 27, 28 और 30 को।

- मई माह में 2, 4, 7, 8, 9, 13,14, 21, 22, 23, 24, 26, 30 और 31 को।

- जून माह में 5, 6, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 24, 26 और 30 को।

- जुलाई माह में 1, 2, 3, 7, 15 और 18 जुलाई। 20 जुलाई 2021 को देवशयनी एकादशी के साथ देवता पुन: शयन में जाएंगे और शादियां रुक जाएंगी।

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