Border-Gavaskar Trophy: Rohit Sharma का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास तय! मेलबर्न में अजीत अगरकर की एंट्री से बढ़ी अटकलें
Will Rohit Sharma retire after Border-Gavaskar Trophy?: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में असफल रहे, जब वे मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन सिर्फ़ 3 रन बनाकर आउट हो गए। यह उनके पिछले कुछ मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन का हिस्सा है, क्योंकि उन्होंने अपनी पिछली चार पारियों में केवल 22 रन ही बनाए हैं। इस प्रदर्शन के बाद, रोहित शर्मा के भविष्य पर चर्चा और अटकलें तेज़ हो गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि रोहित शर्मा मौजूदा सीरीज़ के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर इस समय मेलबर्न में हैं और वे रोहित के भविष्य पर चर्चा कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ 1-1 से बराबरी पर चल रही सीरीज़ के अंतिम दो टेस्ट मैच भारत और उनके WTC फ़ाइनल के लिए बेहद अहम हैं।
गौरतलब है कि चौथे टेस्ट की पहली पारी में पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद पर सिर्फ़ 3 रन बनाकर आउट होने के बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि रोहित कब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेंगे। राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर मेलबर्न में हैं, और यह संभव है कि उन्होंने रोहित के भविष्य को लेकर बातचीत की हो, क्योंकि भारतीय टीम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है।
केएल और यशस्वी को मौका
पिछले आठ टेस्ट मैचों की 14 पारियों में रोहित शर्मा ने 11.07 की औसत से केवल 155 रन बनाए हैं, जिससे उनका फॉर्म चिंताजनक बना हुआ है। इसके अलावा, भारतीय टीम में शुरुआती जोड़ी में बदलाव से टीम का संतुलन भी प्रभावित हुआ है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई नहीं कर पाता, तो सिडनी टेस्ट रोहित का आखिरी टेस्ट हो सकता है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखेंगे और फॉर्म में चल रहे केएल राहुल को यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत करने का मौका देंगे। इस संदर्भ में, भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का उदाहरण लिया जा सकता है, जिन्होंने एक बार आईपीएल के दौरान फॉर्म में न होने के कारण खुद को बाहर रखा था।
रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट से जिम्मेदारी हटाकर वनडे में खेलने का मौका मिलना चाहिए?
अगर रविचंद्रन अश्विन को यह अहसास दिलाकर संन्यास लेने के लिए मजबूर किया जाता है कि वह विदेशों में पहले पसंद के दो स्पिनरों में से नहीं हैं, तो क्या भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को यह नहीं बताया जाना चाहिए कि वह टेस्ट क्रिकेट में उन शीर्ष छह खिलाड़ियों में शामिल नहीं हैं जिनकी जगह पक्की है। ध्यान देने वाली बात यह है कि सात सप्ताह बाद वनडे फॉर्मेट में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है, और वनडे में रोहित का कोई मुकाबला नहीं है। हालांकि उनका वर्तमान खराब फॉर्म उनका मनोबल गिरा सकता है, लेकिन अगर टेस्ट की जिम्मेदारी उनके ऊपर से हट जाती है, तो वह शायद अपनी बल्लेबाजी में ज्यादा खुलकर खेल सकेंगे। रोहित और विराट कोहली दोनों ही खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं, लेकिन इनके बीच एक अंतर है। कोहली क्रीज पर ऐसे दिखाई देते हैं जैसे कि वह जल्द ही बड़ी पारी खेलने वाले हैं, और पर्थ में उन्होंने शतक भी जमाया था।