टीम में लौटने से पहले पास करना होगा फिटनेस टेस्ट : रोहित शर्मा

Update: 2020-05-24 07:36 GMT

मुंबई। भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि वह चोट से उबरकर वापसी की तैयारी में थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से ऐसा नहीं कर सके और अब उन्हें राष्ट्रीय टीम में लौटने से पहले फिटनेस टेस्ट पास करना होगा। रोहित को फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे के बीच से ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी उन्हें आराम दिया गया था। हालांकि, तीन मैचों की वनडे सीरीज पहला मैच बारिश की वजह से धुल गया था। इसके बाद कोरोना वायरस की वजह से दोनों बचे हुए मैच रद्द कर दिए गए थे।

रोहित शर्मा को इंडियन प्रीमियर लीग के जरिये मैदान पर वापसी करनी थी, लेकिन इस महामारी की वजह से इस टूर्नामेंट को भी अनिश्चितकाल के स्थगित किया जा चुका है। चीन के वुहान से आई महामारी कोविड-19 की वजह से इस साल अक्टूबर में होने वाले आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

उन्होंने ला लिगा के फेसबुक पेज के जरिये लिखा, ''लॉकडाउन से पहले मैं वापसी के लिए बिल्कुल तैयार था। पूरा सप्ताह मेरा फिटनेस टेस्ट होना था, लेकिन फिर लॉकडाउन हो गया और अब फिर नए सिरे से वापसी करनी होगी।''

उन्होंने कहा, ''सब कुछ खुलने के बाद मुझे एनसीए जाकर फिटनेस टेस्ट देना होगा। उसे पास करके ही मैं टीम के साथ अभ्यास शुरू कर सकूंगा।'' महाराष्ट्र सरकार ने ग्रीन और ऑरेंज जोन में स्थित स्टेडियमों में दर्शकों के बिना व्यक्तिगत अभ्यास की अनुमति दे दी है। रोहित शर्मा ने कहा, ''मुझे ऐसा लगता है कि दूसरी जगह मुंबई की अपेक्षा जल्दी खुल जाएंगी। मैं जिस शहर में रहता हूं, वह सबसे ज्यादा प्रभावित है। मुझे लगता है कि अन्य साथी एक दूसरे के साथ ट्रेनिंग के वीडियो मेरी तुलना में काफी पहले देने लगेंगे।''

रोहित ने कहा कि उन्हें टीम के साथियों के साथ समय नहीं बिता पाना खल रहा है और चीजों के सामान्य होने पर वह उनके साथ दोबारा ट्रेनिंग करने को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, ''हां, मुझे टीम के अपने साथियों की कमी खल रही है, उनके साथ समय बिताना और उनके साथ हंसी-मजाक करना। हालांकि हम वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे के संपर्क में रहने का प्रयास कर रहे हैं।'' मुंबई के रहने वाले रोहित ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने खानपान पर ध्यान दिया और दौड़ भी लगा रहे हैं।

बता दें कि खेल परिसर और स्टेडियम खोलने की इजाजत मिलने के बावजूद बीसीसीआई हालांकि अभी अनुबंधित खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए तैयार नहीं है। हाल ही में बीसीसीआई ने साफतौर पर कहा था कि अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए कौशल आधारित ट्रेनिंग शिविर के आयोजन के लिए और इंतजार करेगा। हालांकि स्थानीय स्तर पर ट्रेनिंग के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।

बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा था कि खिलाड़ियों की सुरक्षा बोर्ड के लिए सर्वोच्च है। उन्होंने कहा था बोर्ड दोहराता है कि उसके लिए अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की सुरक्षा सर्वोच्च है और कोई ऐसा फैसला करने में जल्दबाजी नहीं होगी जिससे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के भारत के प्रयासों को नुकसान पहुंचे।

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