IND vs ENG: हर्षित राणा के कन्कशन सब्स्टीट्यूट बनने की असली रणनीति का हुआ खुलासा, तेज गेंदबाज ने बताई सच्चाई!
IND vs ENG: पुणे में खेले गए चौथे टी-20 मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 15 रन से हराया। इस मुकाबले में तेज गेंदबाज हर्षित राणा का टी-20 इंटरनेशनल डेब्यू बेहद नाटकीय अंदाज में हुआ। हर्षित टी-20 इंटरनेशनल में कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में डेब्यू करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए। उन्हें शिवम दुबे की जगह टीम में शामिल किया गया। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट चटकाए जिससे भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। अब हर कोई जानना चाहता है कि हर्षित को कन्कशन सब्स्टीट्यूट बनाने का फैसला किसका था। इस पर खुद हर्षित राणा ने बड़ा खुलासा किया है।
पहली पारी के दौरान बल्लेबाजी करते हुए शिवम दुबे ने शानदार अर्धशतक जमाया लेकिन अंतिम ओवर में एक गेंद उनके हेलमेट पर जा लगी। इसके बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी जारी रखी मगर दूसरी पारी में फील्डिंग के लिए मैदान में नहीं उतरे। शुरुआत में रमनदीप सिंह फील्डिंग करते नजर आए लेकिन बाद में हर्षित राणा को मैदान में देखा गया। लगभग आधी पारी बीत जाने के बाद यह पुष्टि हुई कि हर्षित को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में शामिल किया गया है।
सपनों जैसा डेब्यू, मौके का पूरा फायदा उठाने को थे तैयार - हर्षित राणा
हर्षित राणा ने अपने डेब्यू को लेकर कहा कि यह अब भी उनके लिए एक सपने जैसा है। उन्होंने बताया "जब दुबे वापस आए, तो दो ओवर बाद मुझे सूचित कर दिया गया कि मैं कन्कशन सब्स्टीट्यूट हूं। यह मौका सिर्फ इस सीरीज के लिए नहीं था बल्कि मैं लंबे समय से अपने मौके का इंतजार कर रहा था क्योंकि मैं साबित करना चाहता था कि मैं यहां खेलने के काबिल हूं। मैंने IPL में अच्छी गेंदबाजी की है और यहां भी उसी रणनीति को अपनाने की कोशिश कर रहा था।
पहले ओवर में हासिल की बड़ी सफलता
हर्षित राणा ने अपने पहले ही ओवर में लियाम लिविंगस्टोन को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। उस समय लिविंगस्टोन और हैरी ब्रूक की साझेदारी भारत के लिए खतरा बन सकती थी लेकिन हर्षित के इस विकेट ने टीम को वापसी का मौका दिया। हालांकि ब्रूक ने उनके एक ओवर में 18 रन बटोरे लेकिन हर्षित ने धैर्य बनाए रखा और शानदार वापसी करते हुए भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।