अशोकनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अशोकनगर के आनंदपुर धाम पहुंचे, जहां उन्होंने गुरुजी महाराज मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री की इस आध्यात्मिक यात्रा ने न केवल क्षेत्रवासियों में उत्साह भर दिया, बल्कि संत परंपरा और अद्वैत दर्शन के प्रति गहरी श्रद्धा का संदेश भी दिया।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “यह भूमि साधारण नहीं है, यहां का कण-कण संतों की तपस्या से पावन हुआ है। हमारे संतों ने कहा है कि अशोकनगर में शोक आने से डरता है। यह वाक्य इस धरती की दिव्यता और अध्यात्म की शक्ति को दर्शाता है।”उन्होंने यह भी कहा कि आज की दुनिया जिन संघर्षों और संकटों से जूझ रही है, उनका समाधान भारत के अद्वैत दर्शन में है। “अद्वैत यानी द्वेष और भेदभाव से मुक्त सोच, जो मानवता को जोड़ती है, तोड़ती नहीं,” उन्होंने कहा।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने परमहंस अद्वैत मत के मंदिरों में दर्शन किए, प्रमुख गुरु से भेंट की और सत्संग में भाग लिया। उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “आनंदपुर धाम की इस पावन धरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह न केवल क्षेत्र की सांस्कृतिक गरिमा को बढ़ाएगी, बल्कि इसे वैश्विक पहचान भी दिलाएगी।”पीएम मोदी ने अशोकनगर और आनंदपुर धाम के विकास को "हमारी जिम्मेदारी" बताया और कहा कि यह क्षेत्र कला, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना से समृद्ध है। उन्होंने विश्वास जताया कि विरासत और विकास दोनों को साथ लेकर यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।
अशोकनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अशोकनगर के आनंदपुर धाम पहुंचे, जहां उन्होंने गुरुजी महाराज मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री की इस आध्यात्मिक यात्रा ने न केवल क्षेत्रवासियों में उत्साह भर दिया, बल्कि संत परंपरा और अद्वैत दर्शन के प्रति गहरी श्रद्धा का संदेश भी दिया।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “यह भूमि साधारण नहीं है, यहां का कण-कण संतों की तपस्या से पावन हुआ है। हमारे संतों ने कहा है कि अशोकनगर में शोक आने से डरता है। यह वाक्य इस धरती की दिव्यता और अध्यात्म की शक्ति को दर्शाता है।”उन्होंने यह भी कहा कि आज की दुनिया जिन संघर्षों और संकटों से जूझ रही है, उनका समाधान भारत के अद्वैत दर्शन में है। “अद्वैत यानी द्वेष और भेदभाव से मुक्त सोच, जो मानवता को जोड़ती है, तोड़ती नहीं,” उन्होंने कहा।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने परमहंस अद्वैत मत के मंदिरों में दर्शन किए, प्रमुख गुरु से भेंट की और सत्संग में भाग लिया। उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “आनंदपुर धाम की इस पावन धरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह न केवल क्षेत्र की सांस्कृतिक गरिमा को बढ़ाएगी, बल्कि इसे वैश्विक पहचान भी दिलाएगी।”पीएम मोदी ने अशोकनगर और आनंदपुर धाम के विकास को "हमारी जिम्मेदारी" बताया और कहा कि यह क्षेत्र कला, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना से समृद्ध है। उन्होंने विश्वास जताया कि विरासत और विकास दोनों को साथ लेकर यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।