उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी में सहस्त्रताल ट्रैकिंग रूट पर फंसे 5 ट्रैकर्स की मौत, पढ़िए पूरी खबर....
सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर फंसे सदस्यों के दल में 5 सदस्यों की मौत की खबर आई है।
सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर फंसे सदस्यों के दल में 5 सदस्यों की मौत की खबर आई है।अधिक ठंड लगने से सबकी तबीयत खराब हो गई थी। दरअसल 29 मई को 22 लोगों का ग्रुप सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। जानकारी के मुताबिक यह ग्रुप मल्ला-सिल्ला से कुश कल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। वहीं दो जून को ग्रुप के लोग सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पर पहुंचे।
वहां तक मौसम अच्छा था लेकिन 3 जून को अचानक मौसम बिगड़ गया, ग्रुप के सदस्य घने कोहरे और बर्फबारी के बीच बुरी तरह फंस गए और रात भर ठंड में रहने से 5 लोगों ने वहीं दम तोड़ दिया। जिससे दल में शामिल बाकी लोग घबरा गए। स्थिति ज्यादा बिगड़ने के बाद दल के एक सदस्य ने गढ़वाल माउंटनरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक को इसकी सूचना दी।
13 सदस्यों को रेस्क्यू कर बचाया, 4 सदस्यों का रेस्क्यू जारी
रेस्क्यू टीम ने तुरंत रेस्क्यू कर दल के 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। जिसमें से 8 लोगों को देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेस्क्यू टीम में Sdrf उत्तराखंड पुलिस, वन विभाग एयरफोर्स, आपदा प्रबंधन की टीम शामिल है।
7 जून को वापिस लौटने वाले थे ट्रैकर्स
29 मई को ट्रैकिंग पर निकली टीम 7 जून को ट्रैकिंग खत्म कर वापिस लौटने वाली थी। लेकिन 3 जून को अचानक मौसम खराब होने से बर्फबारी हो गई जिसके कारण सभी लोग रास्ता भटक गए।
शवों को हेलिपैड लाया गया
टीम ने पांचों शवों का भी रेस्क्यू कर लिया जिनके शव नटीन हेलिपैड पर लाये गए। मृतकों में सिंधुवकेलम, आशा सुधाकर, सुजाता मुंगुरवादी, विनायक मुंगुरवादी और चित्रा प्रणीत शामिल है।