भीषण गर्मी से जल्द मिल सकती है राहत, 1 से 5 जून के बीच केरल पहुंचेगा मॉनसून
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच भीषण गर्मी का कहर भी जारी है। मौसम विभाग की माने तो 28 मई के बाद गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के 1 जून से 5 जून के बीच केरल के तट और 15 जून से 20 जून के बीच मुंबई पहुंचने की संभावना है।
आईएमडी मौसम वैज्ञानिक राजेंद्र कुमार जेनामणि ने कहा कि दिल्ली में दो दिनों से ग्रीष्म लहर जारी है। दिल्ली के सभी हिस्सों में अभी तापमान 45-46 डिग्री है। भारत में राजस्थान, चूरू और पिलानी में देश का सर्वाधिक तापमान 47.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। दो दिनों से हम इस साल का सर्वाधिक तापमान देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खुशी की बात ये है 28 से उत्तर में पूर्वी हवाएं चलने वाली है। उसके बाद ग्रीष्म लहर कम होना शुरू हो जाएगी और 29 से उत्तरी भारत के इलाकों को राहत मिलेगी जबकि मध्य भारत, महाराष्ट्र के आंतरिक इलाकों में ग्रीष्म लहर लंबे समय तक जारी रहेगी।
आईएमडी के वैज्ञानिक डॉ.एन. कुमार ने कहा, "पंजाब, हरियाणा, दक्षिणी उप्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में तापमान में वृद्धि जारी रहेगी। अगले कुछ दिनों में, इन क्षेत्रों में लू या भीषण लू देखने को मिलेगा। कुछ स्थानों पर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को छूने की संभावना है।"
मौसम एजेंसी ने कहा कि 26 मई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है, जो कि उत्तर पश्चिमी भारत में व्याप्त शुष्क और उत्तरी तेज हवाओं के कारण बना रहेगा। हालांकि, बाद में पारा 30 मई तक 38 डिग्री तक नीचे आ जाएगा।
स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार, दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों और पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में उत्तरी मैदानी इलाकों में बारिश और धूल भरी आंधी जैसी मॉनसून पूर्व गतिविधियों के शुरू होने से थोड़ा राहत मिलेगा।