गाजियाबाद: खुद को फर्जी अधिकारी बताकर VIP ट्रीटमेंट ले रहा था 10वीं पास अनस मलिक, पुलिस ने किया गिरफ्तार…

Update: 2025-01-01 11:41 GMT

गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ने एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को मानवाधिकार आयोग और नीति आयोग का अध्यक्ष बताकर उत्तर प्रदेश पुलिस से वीआईपी ट्रीटमेंट ले रहा था। आरोपी की पहचान अनस मलिक के रूप में हुई है, जो केवल 10वीं पास है।

कैसे चलता था फर्जीवाड़ा?

अनस मलिक खुद को बड़ा अधिकारी दिखाने के लिए सफेद कपड़ों में फर्जी अर्दली लेकर घूमता था। उसकी यह चालाकी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को भ्रमित करने में सफल रही, साथ ही वह अपने सोशल अकाउंट के माध्‍यम से भी फर्जी जानकारी फैलाकर खुद को अधिकारी बता रहा‍ था। यही फर्जी पहचान और रौब के जरिए वह सरकारी महकमों में वीआईपी ट्रीटमेंट लेता था।


पहले करता था फोर सीलिंग का काम

जांच में पता चला है कि अनस मलिक पहले फोर सीलिंग का काम करता था। इसके बाद उसने खुद को एक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में पेश करने का नाटक शुरू किया। वह बड़े पदों के नाम का इस्तेमाल कर पुलिस और अन्य विभागों से लाभ उठाता था।

पुलिस ने कैसे पकड़ा?

गाजियाबाद पुलिस को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ। गुप्त सूचना और जांच के बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने पाया कि वह जो भी दावे कर रहा था, वह पूरी तरह फर्जी थे।

आगे की कार्रवाई जारी

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि अनस मलिक ने अपने फर्जीवाड़े से कितने लोगों को धोखा दिया और इससे क्या-क्या लाभ उठाया। साथ ही, उसके फर्जी अर्दली और अन्य मददगारों की भी तलाश की जा रही है।

इस घटना से एक बार फिर यह साबित होता है कि धोखेबाज किस तरह सरकारी संस्थानों और लोगों का फायदा उठाने के लिए झूठे पदों का सहारा लेते हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि ऐसे किसी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में तुरंत जानकारी दें। 

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