हरदोई में बोले ब्लॉक प्रमुख संघ के प्रदेश अध्यक्ष- ब्लॉक मनरेगा की नामित एजेंसी, कार्यक्रम अधिकारी राजाज्ञा पर रखे पेपरवेट

सेनानी बोले, महाराज जी पर विश्वास सुदृढ़ करेंगे क्षेत्र पंचायत...

Update: 2024-08-23 13:29 GMT

हरदोई। त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में क्षेत्र पंचायत के विकास के सर्वराकार प्रमुख होते हैं। लेकिन, इनका कहना है कि सरकारी मशीनरी ने ब्लॉक प्रमुखों को नख दंत विहीन कर दिया है, बस दिखाने के दांत बचे हैं। क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों अधिकार की आवाज धीरेन्द्र प्रताप सिंह सेनानी ने गृह जनपद से उठाई और अधिकार बहाली होने तक संघर्ष का ऐलान किया जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह को ज्ञापन देकर।

प्रमुख संघ प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सेनानी जिला पंचायत सभागार में पत्रकार बिरादरी से रूबरू हुए। कुछ अपनी कही, कुछ खबरनवीसों की सुनी। लब्बोलुआब निकला कि डेवलपमेंट की एक प्रमुख इकाई क्षेत्र पंचायत भी प्रशासनिक मशीनरी की मनमानी की सतायी है। बकौल सेनानी, शासन से क्षेत्र पंचायत मनरेगा में एजेंसी नामित है, फिर भी जिला कार्यक्रम अधिकारी (जिलाधीश) शासनादेश का क्रियान्वयन नहीं कर रहे हैं, जो प्रमुखों के अधिकारों का सीधा हनन है। बताया, शासन ने क्षेत्र पंचायत निधि से विकास कार्यों का भुगतान प्रमुख और बीडीओ के संयुक्त हस्ताक्षर से करने का प्रावधान है, पर मनरेगा के भुगतान बीडीओ एकल हस्ताक्षर से कर रहे हैं। प्रमुख संघ इस व्यवस्था का विरोध करता है।

प्रमुख संघ प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, क्षेत्र पंचायतों की बैठक में 29 विभागों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति अनिवार्य है, लेकिन बैठकों में एकाध ही फटकते हैं। यही नहीं, जिन आंगनवाड़ी केंद्रों के टेंडर से लेकर निर्माण तक प्रमुखों पर सवाल उठता है जबकि ये क्षेत्र पंचायतों की कार्ययोजना में ही नहीं है और ना हमने इसके लिए कोई मांगपत्र दिया, ये पूरी तरह कार्यक्रम अधिकारी की थोपी हुई है। मजे की बात, क्षेत्र पंचायतों की बैठकों में अनिवार्यता के बाद भी महकमे का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचता। सेनानी ने कहा, पुलकित खरे और अविनाश कुमार के कार्यकाल में प्रमुखों से बेहतर तालमेल रहा और काफी काम हुए।

हरदोई प्रमुख संघ जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह पन्ने ने तो डायस पर जाकर दिल के छाले फोड़े। बोले, अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं, मनरेगा के किसी भी पक्के (निर्माण) या कच्चे (रोजगार) कार्य में प्रमुख से पूछा बताया नहीं जाता। हालांकि, सेनानी ने कहा, पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने हमारी मांगे पूरी मजबूती से मुख्यमंत्री के सामने रखने का भरोसा दिया है और मुख्यमंत्री पर विश्वास है कि हमारा दुख समझेंगे। प्रमुख संघ ने बीडीओ की सेवा पुस्तिका में चरित्र प्रविष्टि लेखन, अवकाश की अनुमति देने, प्रमुखों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का मानदेय बढ़ाए जाने, पेंशन, आउटसोर्सिंग से कर्मचारी तैनात करने, विकासखंड में कर्मचारियों के स्थानांतरण की संस्तुति का अधिकार, बीडीसी सदस्य को 25 और प्रमुख को एक करोड़ रुपए मृत्यु बीमा सहित 21 मांगे मुख्यमंत्री से की हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती, एमएलसी अशोक अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन, विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू, क्षेत्रीय महामंत्री अवध क्षेत्र अनुसूचित मोर्चा पीके वर्मा, निवर्तमान जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्र, हरदोई प्रमुख संघ महामंत्री व शाहाबाद प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा, कोषाध्यक्ष व सांडी प्रमुख अनिल राजपूत, पिहानी प्रमुख कुशी बाजपेयी, बावन प्रमुख धर्मेंद्र सिंह, हरपालपुर प्रमुख अनोखे लाल कश्यप, टोडरपुर प्रमुख प्रतिनिधि श्याम बाबू त्रिवेदी, सुरसा प्रमुख प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा, हरियावां ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि शशांक सिंह, विधायक प्रतिनिधि रजनीश त्रिपाठी, विकास सिंह, शिवलाल पुरवा प्रधान कमलेश अवस्थी, छोटू अवस्थी, गोविन्द पाठक, मनोज मिश्रा सहित बड़ी संख्या में ग्राम और क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि रहे।

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