हरदोई: मंत्री, 2 सांसद, 4 विधायक और जिलाध्यक्ष नहीं 'सीधा' कर पा रहे अदने से इंजीनियर का 'रोंवा'...

मुख्यमंत्री उथले नलकूप योजना में भ्रष्टाचार और रेप का है आरोप जल शक्ति मंत्री से शिकायत पर साल भर कुछ नहीं, सांसद और दो विधायकों ने अब मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी, एक अन्य दरख्वास्त पर प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) डीएम और एसपी को पिछले महीने दे चुके जांच का आदेश

Update: 2024-09-21 14:52 GMT

बृजेश 'कबीर', हरदोई। पढ़ जानकर हैरत होगी कि लघु सिंचाई विभाग का सहायक अभियंता इतना ताकतवर होगा की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल, सांसद जयप्रकाश, अशोक रावत, विधायक श्याम प्रकाश, प्रभाष कुमार, माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू, एमएलसी अशोक अग्रवाल और सत्ता दल के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन की मिली जुली पेशबंदी तक उसका बाल बांका नहीं कर पा रही है। ये तब है जब सहायक अभियंता धर्मेन्द्र सिंह पर मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली ’उथले नलकूप योजना’ में भारी भ्रष्टाचार का आरोप है ही, एक महिला ने रेप की तोहमत भी लगाई हुई है। मामले में बीते महीने की छः तारीख को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन को जांच का निर्देश दे चुके हैं।

लघु सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता धर्मेन्द्र सिंह विवादित कार्यशैली और खुद के चाल चलन को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। पिछले साल की 10 नवम्बर को मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह से एई धर्मेन्द्र सिंह के भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। इसके बाद विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल ने सहायक अभियंता के विरुद्ध 11 नवम्बर को जल शक्ति मंत्री को चिट्ठी लिखी। कुछ नहीं हुआ तो 30 नवम्बर को एकमुश्त तीन विधायकों श्याम प्रकाश, प्रभाष कुमार, माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू और भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने धर्मेन्द्र सिंह के विरुद्ध जलशक्ति मंत्री को अलग अलग चिट्ठियां लिखीं। इसके बाद जाड़े भर मामला ठंडा रहा। भाजपा जिलाध्यक्ष बब्बन ने इस साल 03 फरवरी और सदर विधायक और आबकारी एवं मद्य निषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने दो दिन बाद 05 फरवरी को जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह को चिट्ठी लिख सहायक अभियंता पर कार्यवाही की अपेक्षा की। जिलाधीश भी चिट्ठियां दबाए रहे। बात बनती नहीं देख विधायक प्रभाष ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को 06 जुलाई और मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने 03 सितम्बर को सहायक अभियंता पर कार्यवाही के लिए चिट्ठी लिखी।

अब 17 तारीख को सांसद अशोक रावत, विधायक श्याम प्रकाश और प्रभाष कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एकमुश्त लिखी हैं। चिट्ठी में लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता धर्मेन्द्र सिंह के कारनामों का जिक्र करते हुए मजबूत कार्यवाही की मांग की है। तीनों चिट्ठियों में कहा गया है, मुख्यमंत्री उथले निःशुल्क नलकूप योजना में पूरे जिले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। बोरिंग योजना में अनुसूचित जाति को 19,800 और सामान्य अभ्यर्थी को 15,400 रुपए अनुदान है। लेकिन, लाभार्थी को घटिया गुणवत्ता वाले 70 या 80 फीट के पाइप दिए गए हैं। मौके पर बोरिंग, ट्रायल और छिद्रण नहीं है। फर्जी बिल वाउचर से चहेते ठेकेदारों से मिलकर अनुदान का बंदरबांट किया जा रहा है। किसान लाभार्थी बेबस है और सरकार बदनाम हो रही है। सांसद और विधायकों ने विभिन्न स्तर पर की पिछली शिकायतों का हवाला भी दिया है।

डीएम और एसपी को है जांच का आदेश : राजधानी के प्रियदर्शिनी नगर सेक्टर बी के अथर्व तिवारी ने भी लघु सिंचाई विभाग हरदोई के सहायक अभियंता के विरुद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भेज कर मुख्यमंत्री उथले नलकूप योजना में भ्रष्टाचार के साथ उन पर लगे बलात्कार के आरोप की जांच और कार्यवाही की मांग की थी। अथर्व तिवारी के शिकायती पत्र पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन को जांच और कार्यवाही को पिछले महीने की छः अगस्त को निर्देशित।किया था। जांच और कार्यवाही की फिलहाल कोई जानकारी किसी को नहीं है।

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