मौनी अमावस्या: महाकुंभ में भगदड़ के चलते अब बसंत पंचमी पर शाही स्नान, करोड़ों लोग प्रयागराज में मौजूद
Maha Kumbh : उत्तरप्रदेश। मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर दस करोड़ लोगों के त्रिवेणी संगम (Sangam) पर स्नान करने की उम्मीद है लेकिन भगदड़ के चलते 13 अखाड़ों ने शाही स्नान न करने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि, करोड़ों लोग मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए शहर में मौजूद हैं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए शहर में एंट्री पर बैन लगा दिया गया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि, "जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे... जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में हिस्सा नहीं लेंगे... मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं... साथ ही, यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पर जाना चाहते थे, उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए... यह प्रशासन की गलती नहीं है, करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है... हमें अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए।
मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम के घाटों पर भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए हैं। 13 जनवरी - पौष पूर्णिमा से शुरू हुए महाकुंभ के पहले 15 दिनों में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई है। आज यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। हालांकि भगदड़ में लोगों की हुई मौत के बाद मेले में मौजूद प्रशासन और पुलिस के लिए स्थिति कठिन साबित हो रही है।