‘भगवान की मूर्तियों को बहार फेंक दो और ईसाई बन जाओ’: लखीमपुर में मिशनरियां खुलेआम करवा रहीं अनुसूचित वर्ग का मतांतरण…
चंगाई और आर्थिक प्रलोभन देकर मत बदलने पर मजबूर कर रहे दो पादरियों को पुलिस ने दबोचा;
लखीमपुर। खीरी में ईसाई मिशनरियां बड़े पैमाने पर मतांतरण में सक्रिय हैं। वो लोगों को चंगाई, लालच और डर दिखाकर ईसाई बना रही हैं और धर्मांतरण का प्रयास कर रही हैं। ताजा मामला नीमगांव थाना इलाके के बेहजम गांव का है, जहां ईसाई मिशनरी से जुड़े 2 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
यहाँ लोगों को ‘जमजम पानी’ पिलाकर और 1 बोरी चावल के दम पर ईसाई बनाया जा रहा था। हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मिशनरियों के खेल को उजागर किया और पुलिस को सूचित किया। इस मामले की एफआईआर की कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है।
एफआईआर के मुताबिक नीमगांव थाना इलाके के बेहजम गांव में बाबूराम नाम के व्यक्ति के घर में ईसाई धर्मांतरण का काम किया जाता है। जहाँ बाबूराम ने रविवार (26 जनवरी 2025) को धर्मांतरण की नीयत ये काफी लोगों को अपने घर पर बुलाया था। उसके घर पर प्रमोद कुमार वाल्मीकि नाम का पादरी भी मौजूद था। बाबूराम शिकायतकर्ता युवक को ये कह कर अपने घर ले गया था कि उसकी तबियत ठीक हो जाएगी, क्योंकि उसके पास विशेष दवा है।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि वहाँ पहुँचने के बाद बाबूराम और प्रमोद कुमार बाल्मीकि ने माथे से तिलक हटाने और अपने घर से देवी-देवताओं की मूर्तियों को हटाने की बात कही। दोनों लोगों पर ईसाई मजहब अपनाने का भी दबाव डाल रहे थे। वहाँ लोगों को एक बोतल पानी, एक बोरी चावल और और तेल देकर धर्मांतरित कराया जा रहा था। हमारे साथ भी ऐसी ही कोशिश हुई। इसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की।
इस मामले में नीमगांव की एसओ सुनीता कुशवाहा, डायल 112 पुलिस और बेहजम चौकी प्रभारी सिद्धांत पवार मौके पर पहुँचे और छापेमारी की। मौके पर दर्जनों लोग मौजूद मिले और शुरुआती जांच में आर्थिक प्रलोभन देकर धर्मांतरण की भी पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया।घटना का खुलासा करने वाले हिन्दू कार्यकर्ता सूर्यमणि मिश्र ने बताया, “हमें लम्बे समय से यहाँ धर्मांतरण की शिकायत आ रही थी, पता चला था कि यहाँ गरीब लोगों को झांसा देकर ईसाई बनाया जा रहा है। सूचना मिलने पर अमन रस्तोगी समेत तमाम हिन्दू कार्यकर्ताओं ने इस घटना का खुलासा किया और आरोपियों पर कार्रवाई करवाई।”