पैपर लीक एक्सप्लेनर: सिस्टम के लूप होल निकाल कर ऐसे करते थे छात्रों के जीवन से खिलवाड़, 2023 में भी NEET का पेपर किया लीक, जानिए पूरा कहानी

साल 2019 में इमरान हाशमी के फिल्म आई थी वाई चीट इंडिया, उस फिल्म की कहानी थी कि पेपर से पहले ही तेजतर्रार छात्रों को जुटाओ पेपर रटवाओ और फिर काम तमाम करो, ठीक वैसा ही NEET पेपर लीक के मामले में हुआ। NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया पुलिस को बताया कि वो पहले दो आरोपियों से जुड़ा, पहला नीतीश कुमार और दूसरा चिंटू उर्फ बलदेव। इनकी जिम्मेदारी पटना में कैंडिडेट्स जुटाने और सेफ हाउस में पेपर रटवाने की थी।

Update: 2024-07-08 08:13 GMT

भोपाल। पटवारी पेपर लीक, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा लीक, नीट पेपर लीक, इसके साथ कई और ऐसी परीक्षाए हैं जिनके पेपर समय से पहले ही लीक कर दिए गए। सबंधित राज्यों की सरकारे जांच पर जांच करती जा रही हैं। पुलिस के हांथ केवल अभी छोटी मछलियों तक ही पहुंच पा रहे है, अभी भी कई बड़ी मछलियां इस समंदर में गोता लगा रही हैं। अपराधियों के खिलाफ़ धर पकड़ की कार्रवाई चालू कर दी गई। मगर क्या आपको पता है कि कैसे पेपर को लीक किया जाता है, अपराधियों ने खुद इसकी कहानी बयां की है। इन सब के पीछे एक साल की मेहनत होती है। अपराधी एक साल पहले से ही पेपर लीक कराने की तैयारी में जुट जाते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, अपराधियों ने खुद से ये बयां किया है कि NEET 2023 एग्जाम के लिए भी कैंडिडेट्स से सेटिंग की गई थी, मगर समय पर उन्हें पेपर ही नहीं मिला। NEET पेपर लीक के आरोपी नीतीश कुमार बिहार पुलिस की रिमांड में इस बात को कबूला की 2023 की गलती से सबक लेते हुए, एक साल से ही NEET 2024 के पेपर लीक की तैयारी चल रही थी। नीतीश कुमार इंग्जाम फार्म को भरने से पहले ही छात्रों को हिदायत दे देता था जब भी NEET एग्जाम का फॉर्म भरें, तो उन्हें सेंटर पटना ही डालना है। ये सभी खुलासे बिहार EOU (इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट) टीम ने अपनी डायरी में आरोपी नीतीश कुमार के बयान के आधार पर दर्ज किया है।

कैसे किया जाता था पेपर लीक

साल 2019 में इमरान हाशमी के फिल्म आई थी वाई चीट इंडिया, उस फिल्म की कहानी थी कि पेपर से पहले ही तेजतर्रार छात्रों को जुटाओ पेपर रटवाओ और फिर काम तमाम करो, ठीक वैसा ही NEET पेपर लीक के मामले में हुआ। NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया पुलिस को बताया कि वो पहले दो आरोपियों से जुड़ा, पहला नीतीश कुमार और दूसरा चिंटू उर्फ बलदेव। इनकी जिम्मेदारी पटना में कैंडिडेट्स जुटाने और सेफ हाउस में पेपर रटवाने की थी। बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया से नीतीश और चिंटू एक साल से ज्यादा समय से कॉन्टैक्ट में थे, पटना या उससे बाहर NEET पेपर के आंसर तैयार किया गया। ये आंसर किसने तैयार किए, इस पर जांच अभी चल रही है।

बीते 4 मई की अंधेरी रात में इन दोनों आरोपियों ने 20-25 छात्रों को इकट्ठा कर सेफ हाउस यानी हॉस्टल लाया गया। इनमें एग्जाम में शामिल होने वाली कुछ लड़कियां भी थीं। 4 मई की रात तक NEET-2024 का पेपर और आंसर शीट चीटरों को नहीं मिल सका था। फिर कुछ नहीं हो सका तो अगले दिन 5 मई को एक और अपराधी बलदेव ने वॉट्सऐप नंबर पर आंसर के साथ पेपर की PDF कॉपी ही भेजी दी फिर इसके कई सेट प्रिंट किए गए और पटना के बॉयज हॉस्टल में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक आंसर रटवाए गए। इसके बाद दोपहर 12 बजे सभी कैंडिडेट्स को गाड़ियों से उनके सेंटर भेजा गया।

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