Baisakhi 2025: आज है बैसाखी का पर्व, यहां जानिए इसका शुभ मुहूर्त, मनाने का कारण और महत्व

Baisakhi 2025 : बैसाखी सिख समुदाय के प्रमुख पर्वों में से एक है। इसे मुख्यतः पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है। इसे कई नाम जैसे पोइला, बोइशाख, विशु और बिहू नामों से भी जाना जाता है। इस पर्व को सिख समाज नए साल के रूप में मनाता है। इस साल बैसाखी पर्व आज यानी रविवार 13 अप्रैल 2025 को मनाया जा रहा है।
बैसाखी का शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04:28 मिनट से 05:03 मिनट तक
- अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11:56 मिनट से 12:47 मिनट तक
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:30 मिनट से 03:21 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:45 मिनट से 07:07 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:59 मिनट से 12:44 मिनट तक।
क्यों मनाया जाता है बैसाखी पर्व?
साल 1699 में इसी दिन सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। जिसका उद्देश्य धर्म और अच्छाई के मार्ग पर चलना और उसका पालन करना था। इसी कारण से इस दिन को बैसाखी के रूप में मनाया जाता है। वहीं, दूसरी ओर किसान अपनी फसल काटने की खुशी में भी यह पर्व मनाते हैं।
बैसाखी का महत्व
बैसाखी का पर्व ना सिर्फ धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। यह पर्व किसानों के लिए भी ख़ास माना जाता है क्योंकि किसानों की फसल इसी समय पक जाती है। और इसी बैसाखी के दिन वो इसे उत्साह के तौर पर मनाते हैं। इस दिन सिख पारंपरिक लोक नृत्य जैसे कि भांगड़ा और गिद्दा करते हैं। उत्तरी राज्यों जैसे उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू, हिमाचल, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में लोग इसे बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।