आगरा। यमुना एक्सप्रेस वे पर दो दिन पहले बुधवार को मौत का रोमांच चल रहा था। बीएमडब्ल्यू समेत तीन एसयूवी कार हेड लाइट बंद कर 170 से 203 की रफ्तार से दौड़ाई जा रही थीं। सुबह इंटरसेप्टर रिपोर्ट देख टोल इंचार्ज ने एसपी ट्रैफिक और संभागीय परिवहन अधिकारी को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट दी है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर ओवरस्पीड के कारण तमाम हादसे होते हैं। इसको देखते हुए कार के लिए 75 किमी प्रति घंटा की स्पीड निर्धारित की गई है। बुधवार रात 10.30 बजे एक आगरा के नंबर की बीएमडब्ल्यू एक्स फाइव कार हेड लाइट बंद कर नोएडा की ओर से आ रही थी। उसकी स्पीड 203 किमी प्रति घंटा की थी। उसके पीछे मध्यप्रदेश नंबर की कार 180 और दिल्ली नंबर की कार 176 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से थी। इन दोनों कारों की भी हेड लाइट नहीं जल रही थीं। गुरुवार सुबह टोल प्लाजा प्रभारी मेजर मनीष ने खंदौली टोल प्लाजा के इंटरसेप्टर से रात की रिपोर्ट ली तो इन तीन गाडियों की स्पीड देखकर चौंक गए। कार्रवाई के लिए उन्होंने एसपी टै्रफिक प्रशांत कुमार और आरटीओ को रिपोर्ट दे दी। ट्रैफिक पुलिस ने कारों की डिटेल निकलवाई। इनमें से आगरा नंबर की बीएमडब्ल्यू कार कमला नगर निवासी बड़े कारोबारी की बताई जा रही है।
संभवत: तीनों कारों में रईसजादे सवार थे। उनमें एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट से हेड लाइट बंद कर रेस हुई। एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार प्रसाद का कहना है कि ओवरस्पीड गाडियों के नंबर एक्सप्रेस वे अथॉरिटी द्वारा दिए गए हैं। इन पर एमवी एक्ट के प्रावधानों के अनुसार जुर्माना लगाया जा रहा है।