कुलसचिव ने आरोप बताये बेबुनियाद
एनएसयूआई के छात्रों ने लगाए पोस्टर
आगरा। यूं तो अम्बेडकर विश्वविद्यालय अपने कारनामों के लिए प्रसिद्ध है। यहां भ्रष्टाचार व घोटालों के कारनामों के पन्ने आज तक खुलकर सामने आ रहे हैं, लेकिन अब विवि के अधिकारी व कर्मचारियों पर छात्राओं के साथ अश्लील व्यवहार का आरोप लगा है। धरने पर बैठी छात्राओं ने आरोप लगाया है, कि कुलसचिव द्वारा उन्हें डिग्री देने के लिए रात 12 बजे आने को कहा गया है, जिसके बाद छात्र नेताओं ने इस मामले में विवि प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बुधवार को एनएसयूआई के छात्रों ने विवि में कुलसचिव के पोस्टर चस्पा किए।
बता दें कि बीएड सत्र 2011, 2012, 2013 का चार्ट एसआईटी जांच में चल रहा है। इसलिए सैकड़ों छात्र-छात्राओं को डिग्री नहीं मिल पा रही है। महीनों चक्कर काटने के बाद जब उन्हें डिग्री नहीं दी गई, तो आक्रोशित छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गये। सात दिन बाद भी सभी को डिग्री नहीं मिल पाई है। धरने पर बैठी छात्राओं का आरोप है कि कुलसचिव ने हमें डिग्री लेने के लिए रात 12 बजे आने को कहा है, जिससे वो आहत हैं कि विवि का कोई अधिकारी छात्राओं के साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकता है। छात्राओं का कहना है कि एक तरफ हमारे मुख्यमंत्री बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा देते हैं और उनके ही अधिकारी छात्राओं को रात 12 बजे डिग्री देने बुलाते हैं। छात्राओं का कहना है कि आखिर किस विवि में रात 12 बजे डिग्री दी जाती है। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों को सीएम योगी का कोई खौफ नहीं है और ऐसे अधिकारियों के पद पर बने रहने तक इस प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं है। वहीं इस मामले में कुलसचिव का कहना है कि हमने कुछ डिग्रियां छात्र-छात्राओं को दे दी हैं और बाकी बची डिग्रियां जल्द से जल्द देने का कार्य चल रहा है। कुछ दिन में सभी को डिग्री मिल जाएंगी।
साथ ही उन्होंने कहा है कि हमने किसी भी छात्रा को रात को बुलाने की बात नहीं कही है। छात्रों द्वारा हम पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।