आगरा। बीएड पास बेरोजगार नौजवानों को बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी शिक्षक बनाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना अजय कुमार को आगरा में गिरफ्तार कर लिया गया। वो बलिया में शिक्षा विभाग में चपरासी के पद पर तैनात हैं। उसके गिरोह में पांच और सदस्य हैं। पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है। इस गिरोह ने अकेले आगरा में ही 28 लोगों से 90 लाख की ठगी की है। गाजियाबाद, कन्नौज, मैनपुरी समेत कई जिलों में गिरोह का जाल फैला है। वहां के लोग भी शिकार बने हैं।
इस गिरोह के खिलाफ रिपोर्ट कृष्णा बाग, दयालबाग निवासी कुलदीप कुमार ने दस जुलाई 2018 को थाना न्यू आगरा थाना में दर्ज कराई थी। इसमें बृजभूषण दुबे निवासी गांव सिकरोदा, (फतेहपुर सीकरी), अजय सिंह चौहान, उसका भाई कृष्णा, बेटा कन्हैया, अंकज सिंह और पत्नी पिंकी निवासी गांव केदारपुर, थाना वासोड़ी, बांसडीह, बलिया आरोपी हैं।
बृजभूषण खुद को अध्यापक बताता है। अजय सिंह खुद को बलिया के डायट में क्लर्क बताता था। कुलदीप का कहना है कि उसने 2011 में बीएड कर लिया था। वो नौकरी की तलाश में था। तभी बृजभूषण ने संपर्क किया। नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया और पांच लाख रुपये ले लिए। इसी तरह 28 लोगों से चार से पांच लाख रुपये ले लिए गए। कुछ रकम कैश और कुछ रकम खातों में जमा कराई गई। इसके बाद 18 मार्च 2015 को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए। इस पर रकम वापस मांगी। बृजभूषण कमला नगर में स्कूल में तैनात था। उसने अपना ट्रांसफर जगनेर के एक कालेज में करा लिया, जबकि अजय सिंह ने संपर्क बंद कर दिया।
मामले की जांच दयालबाग चौकी इंचार्ज अवनीश कुमार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि आरोपी अजय सिंह को आईएसबीटी से पकड़ लिया। उसने बताया कि वो शिक्षा विभाग में चपरासी है। उसके खिलाफ गाजियाबाद, मैनपुरी, कन्नौज में मुकदमों की जानकारी मिली है। करोड़ों की धोखाधड़ी सामने आ सकती है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।