अयोध्या: अंतिम दौर में पहुंचीं रामनवमी पर्व की तैयारियां, प्राकट्य की पावन बेला पर फूल बंगले में विराजेंगे बालकराम भगवान…

Update: 2025-03-28 12:25 GMT
अंतिम दौर में पहुंचीं रामनवमी पर्व की तैयारियां, प्राकट्य की पावन बेला पर फूल बंगले में विराजेंगे बालकराम भगवान…
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अयोध्या। श्री राम नगरी अयोध्या में रामनवमी पर्व की तैयारियां तेज हो गयी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय बताते हैं कि इस बार वासंतिक नवरात्र आठ दिन का ही होगा। इसके कारण कलश स्थापना के साथ विविध ग्रंथों का पारायण 30 मार्च चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होगा। फिर भी नौ दिवसीय रामकथा का शुभारम्भ अंगद टीला परिसर में 29 मार्च से ही कर दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज रामकथा की अमृत वर्षा प्रतिदिन सायं चार से सात बजे तक करेंगे। उधर रामलला के प्राकट्य की पावन बेला में उन्हें फूल बंगले में विराजित किया जाएगा। 30 मार्च से कलश स्थापना के साथ श्रीमद वाल्मीकि रामायण, श्रीमद् रामचरित मानस व अध्यात्म रामायण का पारायण के अलावा दुर्गा सप्तशती का भी पारायण होगा। इसके अतिरिक्त मंत्र से एक लाख आहुतियां भी यज्ञकुंड में डाली जाएंगी।

उन्होंने बताया कि उत्सव का तात्पर्य नृत्य व गायन से होता है इसलिए स्वाभाविक रूप से नृत्य कला की विभिन्न विधाओं यथा कथक व कुचीपुड़ी इत्यादि के विशिष्ट कलाकारों की ओर से प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसके साथ शास्त्रीय संगीतज्ञों की ओर से भी अपनी-अपनी सुर साधना के अनुसार राग सेवा भी प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में स्थानीय के अलावा राष्ट्रीय ख्याति लब्ध कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा। उनके कार्यक्रम को लेकर अभी से तैयारियां आरंभ हो गई हैं। इसे भव्य किया जाएगा।

गर्म वातावरण में शीतलता प्रदान करता है फूल बंगला : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय कहते हैं प्राचीन काल में विद्युत सुविधा के साथ भौतिक संसाधनों का अभाव था। इसके कारण संतों ने आराध्य को शीतल वातावरण के लिए फूल बंगला की परम्परा विकसित की। यह परम्परा अनवरत चली आ रही है। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के उत्सव में भगवान के लिए फूल बंगले का निर्माण होगा लेकिन फूलों के प्रवेश द्वार नहीं बनवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गर्मी और तीक्ष्ण धूप के कारण फूल जल्द ही मुरझा जाएंगे। इसके कारण रंग-बिरंगे कपड़ों के सुंदर व आकर्षक प्रवेश द्वार बनवाए जाएंगे।

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