अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए प्रतिमा का हुआ चयन, जानिए कैसे दिखेंगे रामलला

अयोध्या के नवनिर्मित भव्य मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी

Update: 2024-01-01 09:05 GMT

अयोध्या। भगवान श्रीराम लला जन्मभूमि मंदिर का इस माह 22 जनवरी को उद्घाटन होगा। इस दिन होने वाले रामलला प्राणप्रतिष्ठा समरोह के लिए प्रतिमा का चयन हो गया है।  मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगिराज की प्रतिमा का चयन किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में स्थापना के लिए 3 मूर्तिकारों ने मूर्तियां बनाई है, इनमें बेंगलुरु के जी एल भट्ट, मैसूर के अरुण योगिराज और राजस्थान के सत्यनारायण पांडेय शामिल है।  

मूर्तिकार अरुण योगिराज द्वारा बनाई गई  रामलला की प्रतिमा श्याम वर्ण की है, इसकी ऊंचाई 51 इंच है। प्रतिमा में भगवान राम के 5 वर्षीय बाल रूप की छवि दिखेगी। उनके हाथ में धनुष-तीर हैं, इस प्रतिमा का निर्माण कर्नाटक की कृष्ण शिला से बनी है. इस मूर्ति को बनाने में अरूण योगीराज को 6 महीने का वक्त लगा है। राममंदिर ट्रस्ट के अधिकारीयों का कहना है कि वाल्मीकी और तुलसीदास की रामायण के अनुसार, राम श्याम वर्ण के है, इसीलिए श्याम वर्ण प्रतिमा का चयन किया गया है।  

22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा - 

बता दें की 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला मंदिर का उद्घाटन करेंगे।  इसी दिन भगवान श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा होगी।  इसी के साथ राम मंदिर आम भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।  श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद आरती कीजिए, पास के बाजारों में, मुहल्लों में भगवान का प्रसाद बांटिए और सूर्यास्त के बाद दीप जलाए।  

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