उप्र में विधान परिषद की दो सीटों पर घोषित हुए चुनाव, 29 मई को होगा मतदान
भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण आचार्य के राज्यपाल बनाए बनाए जाने के बाद रिक्त हुई है।
लखनऊ। केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की है। यह दोनों ही सीटें भाजपा के पास थीं। इनमें से एक सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण आचार्य के राज्यपाल बनाए बनाए जाने के बाद रिक्त हुई है।बता दें कि लक्ष्मण आचार्य सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए हैं। राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था। इनका अभी 30 जनवरी 2027 तक कार्यकाल बाकी था। दूसरी सीट बनवारी लाल दोहरे के निधन के उपरांत रिक्त हुईं थीं। दोहरे की लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था। बनवारी लाल का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक बाकी था।
केन्द्रीय चुनाव आयोग ने रिक्त दोनों सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया है। आयोग की ओर से जारी चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 11 मई को अधिसूचना जारी होगी। उसी दिन से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 होगी। नामांकन पत्रों की जांच 19 और नाम वापसी की अंतिम तारीख 22 मई है। 29 मई को मतदान होगा। 31 मई से पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न करा ली जाएगी। केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की है। यह दोनों ही सीटें भाजपा के पास थीं। इनमें से एक सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण आचार्य के राज्यपाल बनाए बनाए जाने के बाद रिक्त हुई है।
उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण आचार्य सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए हैं। राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था। इनका अभी 30 जनवरी 2027 तक कार्यकाल बाकी था। दूसरी सीट बनवारी लाल दोहरे के निधन के उपरांत रिक्त हुईं थीं। दोहरे की लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था। बनवारी लाल का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक बाकी था। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने रिक्त दोनों सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया है। आयोग की ओर से जारी चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 11 मई को अधिसूचना जारी होगी। उसी दिन से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 होगी। नामांकन पत्रों की जांच 19 और नाम वापसी की अंतिम तारीख 22 मई है। 29 मई को मतदान होगा। 31 मई से पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न करा ली जाएगी।