स्वामी प्रसाद मौर्या समेत 8 भाजपा विधायक हुए सपा में शामिल, बोले- सपा की बनेगी सरकार
लखनऊ। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी समेत कई विधायक शुक्रवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में सभी का स्वागत किया।सपा की सदस्यता ग्रहण करने वालों में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी, पूर्व मंत्री एवं बिल्हौर के विधायक भगवती सागर, बिधूना के विधायक विनय शाक्य, चिलहर के विधायक रोशन लाल वर्मा, शिकोहाबाद के विधायक डॉ. मुकेश वर्मा, तिंदवारी के विधायक बृजेश कुमार प्रजापति शामिल हैं।
इसी तरह चौधरी अमर सिंह विधायक शोहरतगढ़ अपना दल छोड़कर सपा में शामिल हुए। विधायक रामहेत भारती, पूर्व विधायक नीरज मौर्य, पूर्व एमएलसी हरपाल सैनी भाजपा छोड़कर सपा की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, पूर्व विधायक मुरादाबाद बलराम सैनी, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह पटेल, ध्रुवराम चौधरी, पदम सिंह एवं अयोध्या प्रसाद पाल कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए।
समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद सपा कार्यालय में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी के साथ—साथ अम्बेडकरवादी विचारधारा का समागम हो गया। समाजवादी अम्बेडकरवादी मिलकर उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ करेंगे।उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर पिछड़ों को धोखा देने का काम भाजपा ने किया। भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य को धोखा दिया। जिस दलित पिछड़ों के वोट के बल पर भाजपा की सरकार बनी उसे उपेक्षित करने का काम किया गयाा। स्वामी ने सवाल किया कि क्या कुछ बड़ी जाति के ही लोेग हिन्दू हैं ?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा की नींद हराम हो गयी है। भाजपा के अंत का इतिहास लिखा जा रहा। उन्हें हम लोगों से बात करने का समय नहीं है। भाजपा ने पिछड़ों का हक सामान्य वर्ग को दिया। सरकार पिछड़े बनाएं और मलाई अगड़े खाएं।स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती कांशीराम के मिशन से भटक चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन लाने का दिन है। पिछड़ों गरीबों के सम्मान का दिन है। पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी ने सपा में शामिल होने के बाद कहा कि दलित पिछड़े आपको मुख्यमंत्री बनाने के लिए लालायित हैं। मैं मकरसंक्रान्ति के दिन शपथ लेते हैं कि बाबा साहब आम्बेडकर के संविधान को बचाने के लिए दलित पिछड़ों के आरक्षण को बचाने के लिए आपको मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्पित हैं। हम 2022 में आपको मुख्यमंत्री और 2024 में आपको प्रधानमंत्री की शपथ दिलायेंगे।स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ एक मंत्री समेत कई विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समक्ष सपा की सदस्यता ग्रहण की।