लखनऊ। विधानसभा की कार्यवाही आज अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। इसके पहले विपक्ष के भारी हंगामे के बीच योगी सरकार ने अपना बजट पारित करा लिया। विधानसभा सदन ने आज विनियोग विधेयक भी पारित कर दिया।
सदन की कार्यवाही दस मार्च तक चलनी थी, लेकिन इसे तय समय से पहले ही स्थगित कर दिया गया। इसकी वजह सत्ता पक्ष ने पंचायत चुनाव को बताया है। वहीं विपक्ष ने इसे लेकर सवाल भी उठाये हैं। योगी सरकार ने 22 फरवरी को सदन में 05 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये का पेपरलेस बजट प्रस्तुत किया था। यह प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पेपरलेस बजट प्रस्तुत करने वाला देश का पहला राज्य बना है।
नहीं हुआ प्रश्नकाल, विधायक निधि बहाल -
विधानसभा में आज प्रश्नकाल नहीं हुआ। इसे स्थगित कर जब सरकार सभी विभागों का बजट पारित कराने लगी तो सपा, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के विधायकों ने हंगामा करते हुए सदन का बहिर्गमन किया।इस बीच संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने सदन को बताया कि विधायक निधि बहाल कर दी गई है। सभी विधायकों को अपने क्षेत्र में विकास के लिए विधायक निधि के तीन-तीन करोड़ मिलेंगे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा सचिवालय के कर्मचारियों को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की।