झांसी। महानगर में श्वान के 10 दिन के बच्चे को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। एक लड़के ने पहले आग जलाई और फिर धधकती आग पर बच्चे को फेंक दिया। इसके बाद वह वहां खड़ा देखता रहा जब तक श्वान के बच्चे की मौत नहीं हुई। यह देख आसपास के लोगों में काफी गुस्सा है। लड़का पहले भी जानवरों के साथ क्रूरता कर चुका है। लोगों ने नैनागढ़ चौकी में उसके खिलाफ शिकायत दी है।
10 दिन पहले हुए थे 4 बच्चे
महानगर के पश्चिम रेलवे कॉलोनी निवासी शुभम शाक्या ने बताया कि घर के पास 10 दिन पहले एक कुतिया ने 4 पपी को जन्म दिया था। कुछ समय पहले एक पपी लापता हो गया था, फिलहाल 3 पपी बचे थे। मंगलवार को कॉलोनी में ही रहने वाले 12 साल के एक लड़के ने कचरे में ढेर में आग लगा दी। इसके बाद उसमें एक पपी को फेंक दिया। इसके बाद वह पास खड़ा होकर उसे जलता हुआ देखता रहा। उसकी इस हरकत को मोहल्ले के लोगों ने देख लिया। लोगों ने पपी को बचाने के लिए उसे आग से निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजन बोले - दिमाग ठीक नहीं है
शुभम शाक्या का कहना है कि वह मोहल्ले के लोगों के साथ लड़के के घर गए और उसकी हरकत की जानकारी परिजनों को दी। तब परिजनों ने उनको बताया कि लड़का मानसिक रूप से कमजोर है। लेकिन मोहल्ले के लोगों को उनकी बात पर विश्वास नहीं हुआ। इसके बाद शुभम ने नैनागढ़ चौकी में जाकर लिखित शिकायत दी। उनका कहना है कि इससे पहले भी वह दो श्वानों के पैर तोड़ चुका है। उसके परिवार के लोग उसकी इन हरकतों पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं।