बिना हेलमेट लगाए नहीं होगी बाइक स्टार्ट
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने बनाया स्मार्ट हेलमेट
झांसी। देश में हर घंटे औसतन 18 लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इन लोगों की मौत का कारण रोड एक्सीडेंट होता है। भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन विभाग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए उत्तर से यह पता चलता है की 18 में से 6 लोग ऐसे होते हैं जिनकी मृत्यु इस कारण से हो जाती है कि उन्होंने हेलमेट नहीं लगा रखा था। हेलमेट ना लगाना लोगों की आदत जैसी बन गई है। सरकार द्वारा लोगों को लगातार जागरूक किया जाता है। इसके बावजूद लोग हेलमेट नहीं लगाते हैं।
इस समस्या का समाधान खोजने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा एक खास प्रकार का हेलमेट डिजाइन किया गया है। इस डिजाइन को पेटेंट भी मिल चुका है। इस स्मार्ट हेलमेट की यह खासियत है कि जब तक व्यक्ति इस हेलमेट को लगाएगा नहीं तब तक मोटरसाइकिल या स्कूटी स्टार्ट नहीं होगी। इसके साथ ही अगर लोग चाहे की गाड़ी स्टार्ट करके हेलमेट उतार देंगे तो यह भी मुमकिन नहीं होगा। गाड़ी में एक कैमरा लगा होगा जो हर 5 मिनट पर यह देखता रहेगा की चालक ने हेलमेट लगा रखा है या नहीं। अगर तीन बार से अधिक यह घटना होती है तो गाड़ी का हॉर्न खुद बजने लगेगा जो अलर्ट की तरह काम करेगा।
एक्सीडेंट के बाद भी काम आएगा हेलमेट
इस स्मार्ट हेलमेट के डिजाइन को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पांडे के नेतृत्व में डॉ. लवकुश द्विवेदी और डॉ. रोहित की टीम ने बनाया है। डॉ. लवकुश द्विवेदी ने बताया कि इस हेलमेट के साथ ही एक माइक्रो कंट्रोलर भी आएगा जिसमें चालक द्वारा डाटा फीड किया जाएगा। अगर कोई अन्य व्यक्ति गाड़ी को चलाने की कोशिश करता है तो तुरंत अलर्ट गाड़ी के मालिक तक पहुंच जाएगा। इसके साथ ही अगर व्यक्ति का एक्सीडेंट होता है तो हेलमेट ही नजदीकी अस्पताल को सूचना पहुंचाने का काम करेगा। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि इस हेलमेट के डिजाइन को जल्द ही बाजार में लाया जाएगा।