1.25 करोड़ के घोटाले की जांच करने गई टीम के सामने भिड़े दोनों पक्ष
लात-घूसे और लाठियां चलीं, 11 लोग गिरफ्तार
झांसी। चिरगांव थाना क्षेत्र के मियापुर गांव में बुधवार को अधिकारियों के सामने दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। अधिकारी 1.25 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपों की जांच करने पहुंचे थे। जांच शुरू होते ही दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। जो इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लात-घूसे और लाठियों से हमला कर दिया। एक-दूसरे की गाड़ियां तोड़ दी। करीब 15 मिनट तक संघर्ष हुआ। इस दौरान अधिकारियों को एक कमरे में बंद कर दिया गया। पुलिस ने टीम को बाहर निकाला। दोनों पक्षों के 11 लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
चिरगांव थाना क्षेत्र के मियापुर गांव में प्रधान गुट और पूर्व प्रधान गुट के बीच विवाद चल रहा है। पूर्व प्रधान वीर सिंह, विजय यादव, बृजपाल, अमित यादव, नीलेश आदि ने 2021-22 से 2022-23 में कराए गए विकास कार्य में करीब 1.25 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने जिलाधिकारी, डीपीआरओ सहित अन्य अधिकारियों से ग्राम प्रधान और उनके पति वीरेंद्र यादव की शिकायत की थी। इस पर डीपीआरओ जगदीश राम ने परियोजना अधिकारी (नेडा) वीरेंद्र कुमार की अगुवाई में दो सदस्यीय जांच कमेटी बना दी। टीम ने एक दिन पहले मंगलवार को फोन कर शिकायतकर्ताओं को बुधवार को जांच में शामिल होने के लिए पंचायत भवन में बुलाया था।बुधवार दोपहर यह जांच कमेटी मियांपुर स्थित पंचायत भवन पहुंची। जांच अफसरों के आने की भनक लगते ही ग्राम प्रधान पक्ष समेत दूसरे पक्ष के सैकड़ों लोग वहां जमा हो गए। दोनों पक्षों में गहमागहमी होने लगी। ग्राम प्रधान समर्थकों ने जांच दल के अफसरों को कमरे में बंधक बना लिया, जबकि दूसरे पक्ष के लोग उनको मौके पर ले जाने पर अड़े थे। इस बात पर दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। दोनों ने एक दूसरे पर लात-घूसे और लाठियों से हमला कर दिया। गाड़ियों में भी जमकर तोड़फोड़ की गई। यह देख अफसरों के हाथ-पैर फूल गए।