झांसी। थाना नबाबाद क्षेत्र तहत नगरिया कॉलोनी में बुधवार को कुआं में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह नशे में था और कुएं की सफाई करने की बात कहते हुए नीचे उतर गया। उनकी मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वह कुएं में पानी के अंदर पाइप पकड़कर लटका हुआ हैं।
वीडियो में कुएं के अंदर एक दूसरा व्यक्ति भी नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि वो व्यक्ति उनको निकालने के लिए गया था। लेकिन वह करीब 5 मिनट तक पानी के पाइप के सहारे लटका रहे और फिर डूब गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद शव को निकाला जा सका। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वेतन मिला तो ड्यूटी पर नहीं गया
मृतक का नाम अरविंद पुरी (50) पुत्र रामपुरी था। वह नवाबाद थाना क्षेत्र के नगरिया कॉलोनी के रहने वाले थे। दोस्त संजय दीक्षित ने बताया कि अरविंद कोंछाभंवर में एक पेट्रोल पर पर काम करते थे। मंगलवार को 6 हजार पेमेंट मिली तो बुधवार को वह ड्यूटी नहीं गए। सुबह से शराब का सेवन कर लिया। उनके घर के पास में ही पुराना कुआं है। जो अभी पूरा ऊपर तक भरा हुआ है। वे उसी के पास घूम रहे थे।
दो घंटे की मशक्कत के बाद मिली लाश
दोस्त संजय ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे अरविंद कुएं की सफाई करने के लिए उतरा था। उसने रस्सी बांध रखी थी। कुछ सफाई की और फिर रस्सी खोलकर डुबकी लगाई तो वे डूब गए। उनको तैरना नहीं आता था। जब उन्होंने रस्सी खोली तो बच्चों ने उनको ऊपर आने के लिए कहा। एक व्यक्ति उनको बचाने भी गया। उसने पकड़कर खींचने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया।डूबने के बाद मोहल्ले के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पहले गोताखोर शव को ढूंढ़ने में जुटे रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद लोहे का कांटा डाला गया। दो घंटे की मशक्कत के बाद कांटा में फंसकर लाश ऊपर आ गई। इसके बाद उसे बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी।
रोते बिलखते हुए पहुंचे परिजन
अरविंद की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। जब कुएं से लाश को बाहर निकाला गया तो परिजन रोते बिलखते हुए मौके पर पहुंच गए और उनको उठाने का जतन करने लगे। पत्नी नीलम पुरी भी रोते हुए बेसुध हो गई। अरविंद के तीन बच्चे हैं। 23 साल की बेटी हिमांशी, 20 साल का बेटा हर्ष और 19 साल का बेटा सिवांशु है। तीनों अभी अविवाहित हैं।बताया जा रहा है कि करीब 15 साल पहले इसी कुएं में अरविंद की भाभी भी कूद गई थी। लेकिन उनको तैरना आता था। तब वे बच गई थी। जब अरविंद की लाश कुएं से निकली तो वे रोते हुए पहुंच गई। उनको उठाने की कोशिश करने लगी और रोते हुए बोली कि अरविंद हमें छोड़कर चले।