मोंठ(झांसी)। झांसी में रविवार को भीषण हादसा हो गया। एक कंटेनर डिवाइडर फांदकर गलत दिशा में आकर एक ट्रक और कार से भिड़ गया। टक्कर के बाद ट्रक पलट गया। कंनेटर व कार में आग लग गई। आग में कंटेनर का ड्राइवर जिंदा जल गया। जबकि कंटेनर में सवार अन्य दो लोगों ने कूदकर जान बचा ली। वहीं, कार सवार उरई जेल के जेलर और सिपाही ने भी नीचे कूदकर अपनी जान बचाई।
हादसा रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे झांसी-कानपुर हाईवे पर मोंठ थाना क्षेत्र के जौरा ओवरब्रिज पर हुआ। दोनों वाहनों में लगी आग इतनी भीषण थी कि करीब दो घंटे तक आग धधकती रही। मौके पर पहुंची 4 दमकल गाड़ियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। कंटेनर में फोरव्हीलर लोड थी, जबकि ट्रक में मिर्ची भरी थी। हादसे में करोड़ों रुपए के नुकसान होने का अनुमान है।
टक्कर से पलटा ट्रक, फिर कार से भिड़ा कंटेनर
मोंठ एसडीएम परमानंद सिंह ने बताया, कंटेनर में फोरव्हीलर लोड थे। वो उरई से झांसी की ओर जा रहा था। जौरा ओवरब्रिज पर कंटेनर डिवाइडर गलत लाइन में जाकर ट्रक से भिड़ा। इससे ट्रक पलट गया। फिर कार को टक्कर मारकर डिवाइडर से टकरा गया। इसके बाद कार और कंटेनर में आग लग गई। कार सवार बच गए। जबकि कंटेनर में तीन लोग थे, दो लोग किसी तरह निकल गए। जबकि ड्राइवर फंसा रह गया। जलने से उसकी मौत हो गई। उसकी पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि कंटेनर ड्राइवर को नींद की झपकी आने से यह हादसा हुआ है।
जेलर को भी आई चोट
कार में उरई जेल के जेलर प्रदीप कुमार सवार थे। उनके सिपाही ने बताया कि वे भोपाल से लौट रहे थे। गलत दिशा में आकर कंटेनर ने पहले ट्रक और फिर कार को टक्कर मार दी। किसी तरह दोनों बाहर निकले। इसके बाद आग लग गई। वहीं, ट्रक ड्राइवर अभिषेक ड्राइवर ने बताया कि झांसी से उरई की तरफ जा रहे थे। कंटेनर ने टक्कर मार दी। हम लोग दो लोग थे। किसी तरह बच गया।
तीन फायर स्टेशन से पहुंची दमकल
आग लगने के बाद दोनों वाहन धू-धू कर जलने लगे। तब आसपास के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर एसडीएम, सीओ सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मोंठ फायर स्टेशन से दमकल गाड़ी पहुंच गई। लेकिन आग भीषण होने के कारण काबू में नहीं आई। इसके बाद झांसी और गरौठा स्टेशन से भी दमकल गाड़ियां बुलाई गईं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। वहीं, हादसा ओवरब्रिज पर होने के कारण यातायात को तुरंत पुल के नीचे से डायवर्ट कर दिया गया। इससे जाम की स्थिति नहीं हो पाई। जो वाहन मोंठ के अंदर चले गए, वे जाम में फंस गए। लोगों को जाम से निकलने के लिए जहोजद करनी पड़ी।