कई दिन से बैठे अनशनकारियों के निस्तारण के लिए अभी तक नहीं उठे कोई सरकारी कदम
अलग-अलग मांगों को लेकर शुक्रवार को अशोक लाट में जारी रहे चार अनशन
बांदा। नगर के अंदर कचहरी व कलेक्ट्रेट के समीप एक ऐसा स्थान है जहां पर नगर सहित जिले के क्या मंडल तक के पीड़ित और समस्याओं से परेशान लोग अपनी मांगों को लेकर अनशन करने आते हैं। अशोक लाट का एक छोटा सा परिसर जहां पर आए दिन अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए पीड़ितजनों का अनशन जारी रहता है। इन अनशन स्थल पर शुक्रवार को जब देखा गया तो चार समस्याओं को लेकर अलग-अलग मांगों के निस्तारण के लिए अनशनकारी मौजूद मिले। सभी का एक ही कहना था कि यहां अधिकारी मौका पाकर आते हैं लेकिन अभी तक समस्याओं का निस्तारण करने के लिए कोई कारगर कार्यवाही नहीं की गई।
शुक्रवार को अशोक लाट अनशन स्थल पर अनशनकारी राजेश राष्ट्रवादी ने बताया कि मेरे सहित मेरे सहयोगी इस आशय के साथ अनशन में बैठे हैं कि नरैनी से ट्रकों में भरकर गायें मध्यप्रदेश क्षेत्र में ले जायी गई थी। कई को जिंदा दफना दिया गया था। कई गायें ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर भरने के कारण वह काल के गाल में समा गई। किसी तरीके से जघन्य अपराध घटी घटना का राज उजागर हुआ और गो प्रेमी तथा गोरक्षकों ने आवाज उठाई तो कुछ आरोपी और चर्चा में आए सरकारी कर्मचारियोंको कार्यवाही के निशाने में लिया गया लेकिन अभी भी मामले में कठोर कार्यवाही न किए जाने को लेकर दस दिसंबर से अनशन जारी है। जहां पर आए दिन गो रक्षा और गो प्रेमी आ करके दोषीजनों को चिन्हित कर कठोर कार्यवाही की फरियाद करते हैं। सात दिन गुजर जाने के बाद अभी तक कोई मुकम्मिल कार्यवाही तो नहीं हुई जरूर नगर मजिस्ट्रेट आए और अनशनकारियों की आवाज सुनकर चले गए।
राष्ट्रवादी राजेश एक शिक्षित नवयुवक है। जिसने बचपन काल से गो सेवा के लिए अपने समय को समर्पित किया है। नरैनी से हुई गो हत्या की घटना को लेकर वह बेहद गंभीर है। उनका कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को गो हत्या के इस मामले में गंभीरता से संज्ञान लेकर कदम-कदम पर जांच कराकर दोषीजनों को चिन्हित कर कड़ा दंड देना चाहिए। इसी स्थान पर गो रक्षा सहित नरैनी की घटी घटना को लेकर समाजसेवी नौशाद अली भारतीय भी 16 दिसंबर से क्रमिक अनशन में बैठ गए हैं और गो हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग उनकी फरियाद है। अली ने कमिश्नर को पत्र देकर नगर के अंदर शौचालय/पेशाब घर निर्माण कराने की मांग की है।
15 दिसंबर से अशोक लाट में ही रामकिशोर उपाध्याय इस फरियाद के साथ अनशन में बैठ गए हैं कि उनके द्वारा कई शिकायतें किए जाने के बाद जांच आरोपी के विरुद्ध निर्णायक मोड़ तक नहीं पहुंच पायी। उनका आरोप है कि नरैनी ब्लाक के पुकारी के स्कूल में अनुदेशक पद पर कार्यरत एक महिला कर्मचारी पिछडी जाति की होने के बावजूद एससीएसटी का जाति प्रमाणपत्र बनवाकर सेवारत है। अनशन के लिए नगर मुख्यालय में चर्चित स्थान अशोक लाट के पार्क में मंडल के जनपद महोबा के कुछ किसान भी कई दिन से अपनी मांग को लेकर ठिठुरती ठंड में रात दिन डेरा डाले हैं; किसानों के समर्थन में बुंदेलखंड किसान यूनियन भी उतर आयी है। किसानों का कहना है कि महोबा जिला के गांव सिंधनपुर बघारी में सिद्धबाबा पहाड़ के पास बगैर पट्टा के अवैध खनन का काम किया जा रहा है; जब ग्रामीणों और किसानों ने विरोध किया तो लगभग दस ज्ञात किसानों, आठ अज्ञात किसानों के उपर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया। खुले आसमान के नीचे बरस रही ठंड में बैठे अनशनकारियों की स्थिति अंदर खाने खराब होती जा रही है लेकिन वह अपनी मांगों को लेकर समस्या निस्तारण के खातिर इंतजार में एक-एक दिन काट रहे हैं।