शीत लहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त, ठिठुरने को मजबूर लोग
कोहरे की धुंध के चलते वाहनों की रफ्तार भी हुई धीमी, ठंडी हवाओं के झोकों ने गलन में किया इजाफा
बिलगांव। हाड़कपाऊ गलनभरी ठंड के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह घने कोहरे की धुंध के चलते वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही। दोपहर को धीरे-धीरे धूप खिली तो ठंड से बेहाल लोगों के चेहरे खिल उठे और लोग धूप सेंकते नजर आए। बावजूद इसके सर्द हवाओं के चलते ठंड का एहसास बरकरार रहा। एक जनवरी से सर्द हवाओं के बीच पड़ रही हाड़ कपाऊ गलनभरी ठंड के चलते आम जनमानस पूरी तरह परेशान नजर आने लगा है।
ठंड के चलते लोग गर्म कपड़ों या फिर आग के सहारे ठंड से बचाव कर रहे हैं। अचानक दो दिनों से दोपहर जैसे ही मंद मंद धूप निकलना शुरू हुई कि ठंड से वेहाल लोगों मे जान लौट आई और धूप में बैठकर आनंद लेते नजर आए। लोगों का कहना है कि ठंड से मुरझाए शरीर को कुछ देर के लिए धूप ने राहत जरूर दे दी लेकिन बर्फीली हवाओं के बीच पड रही गलन भरी ठंड के चलते लोगों के रोजमर्रा के कार्य भी बाधित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इलाके में अलावा जलवाए जाने की मांग की है ताकि लोगों को ठंड से अपना बचाव कर सकें।
ठंड का असर बढ़ा, 10 और लोग अस्पताल में भर्ती
बांदा। जबरदस्त शीतलहरी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज धूप खिलने के बावजूद लोगों को ठंड अपनी चपेट में ले रही है। अस्पताल में इन दिनों ज्यादातर मरीजों में ठंड से पी?ित लोग ही नजर आते हैं। तीन बच्चों के साथ ही 10 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां उनका उपचार किया जा रहा है। चिकित्सकों ने लोगों से सतर्क रहने की हिदायत देते हुए कहा है कि ठंड की चपेट में आने पर जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराएं।
हालांकि पिछले दो दिनों से धूप खिल रही है। इससे लोग गली और चौराहों के साथ ही अपने घर आंगन व छतों में रहकर धूप सेंक रहे हैं। बावजूद इसके शाम होते ही ठंड फिर से लोगों को अपनी आगोश में ले रही है। ठंड से पी?ित होने पर जरैली कोठी मोहल्ला निवासी संतराम (50), राजाराम (67) निवाासीगण जरैली केाठी, अंकुल (14) शांती नगर, माही (15) फूटाकुआं, श्यामा (21) गोखरही, अनूप (35) कटरा के अलावा आर्या (5) पीडब्लूडी कालोनी, शिवांक (1) निवासी ग्राम पपरेंदा और गूलरनाका मोहल्ले में रहने वाले छह माह के समद को ठंड से पीड़ित होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां उनका उपचार किया जा रहा है। इधर, चिकित्सकों ने सलाह दी है कि ठंड के मौसम में खुद को खासकर बच्चों को गर्म लिहाफ से ढककर रखें। ठंड की चपेट में आने पर तत्काल जिला अस्पताल पहुंचकर उपचार कराएं।