बच्चों से भरी स्कूली बस खंभे से टकरायी, दर्जनभर से अधिक घायल

बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे लोग दौड़े मदद को, खबर मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे

Update: 2023-11-22 20:46 GMT

कोंच। ग्रामीण अंचलों के कोंच में पढ़ने वाले बच्चों को उनके घरों से लेकर बुधवार की सुबह स्कूल ले जा रही मैक्समो बैन अनियंत्रित होकर हाईटेंशन लाइन के विद्युत पोल से जा टकराई जिसमें ड्राइवर सहित लगभग 13 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन एंबुलेंस बुलाकर घायलों को सीएचसी और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया जिन्हें प्रथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के अलावा झांसी और ग्वालियर रेफर किया गया है। हादसा इतना जबर्दस्त था कि वैन खंदक में चली गई, गनीमत यह रही कि वह पोल के सपोर्टर से जाकर टिक गई वरना गाड़ी पलट जाती तो बडी घटना हो जाती। घटना की सूचना पर विधायक मूलचंद्र निरंजन, जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे तथा पुलिस अधीक्षक डॉ ईराज राजा ने भी सीएचसी पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली तथा अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। ग्वालियर रेफर हुए अथर्व की हालत नाजुक बताई जा रही है,बताया गया उसका उपचार ट्रामा सेंटर ग्वालियर में चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक स्कूली बच्चों को लेकर जा रही मैक्सो गाड़ी के ड्राइवर की बड़ी लापरवाही से यह बड़ा हादसा हुआ है जिसने कोहराम मचाकर कर रख दिया। कैलिया थाना क्षेत्र के ग्राम फुलैला व हिंगुटा के स्कूली बच्चों को लेकर सूरज ज्ञान विद्यालय ले जा रही मैक्सो गाड़ी कैलिया बाईपास पर शमशान घाट के पास अनियंत्रित होकर विद्युत पोल से टकरा गई जिसमें ड्राइवर सहित 13 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। वहां से गुजरने वाले लोगों और शमशान घाट पर अस्थि संचय कर रहे लोगों ने राहत और बचाव कार्य में काफी मदद की, आनन फानन में उन्होंने एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। कुछ घायल बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया गया है कि मैक्समो गाड़ी में 18 बच्चे सवार थे। जैसे ही बच्चों के अभिभावकों को हादसे की जानकारी हुई तो वे घटना स्थल और फिर अस्पतालों में पहुंचे। बच्चों की स्थिति देख वहां कोहराम मच गया। वहां बच्चों को देखने के लिए जमावड़ा लग गया। गंभीर रूप से घायल चालक आशीष पुत्र मोहरसिंह निवासी देवगांव को झांसी व अथर्व को ग्वालियर तथा अन्य पांच बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। एसडीएम अतुल कुमार, सीओ रामसिंह,प्रभारी निरीक्षक नागेंद्र कुमार पाठक, एसएसआई उदय प्रताप सिंह, सागर चौकी इंचार्ज बलराम शर्मा, मंडी चौकी इंचार्ज नीतीश कुमार खेड़ा चौकी प्रभारी जितेंद्र चंदेल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही डीएम राजेश कुमार पांडे तथा पुलिस अधीक्षक डॉ. ईराज राजा भी मौके पर पहुंच गए थे। डीएम ने कहा है कि संबंधित विद्यालय से पूरी जानकारी लेने के बाद दोषियों के खिलाफ विधिक कठोर कार्रवाई करने के निर्देश एसडीएम को दिए। विधायक मूलचंद्र निरंजन भी अस्पताल पहुंचे और घायलों के बारे में जानकारी करते हुए अभिभावकों को ढाढस बंधाया। इस घटना को लेकर विद्यालय के प्रबंधक अंकुर यादव का कहना है कि मैक्सो गाड़ी विद्यालय की नहीं है, उसमें उनके विद्यालय के बच्चे बैठे थे। बाहर से अभिभावकों ने ही गाड़ी लगाई थी। ड्राइवर का ड्राईविंग लाइसेंस और गाड़ी की फिटनिस दोनों कंपलीट हैं। उन्होंने चालक पर लगे लापरवाही के आरोपों पर कहा, इस प्रकार की कभी कोई शिकायत उनके संज्ञान में नहीं लाई गई है, अगर उन तक शिकायत आती तो उस ड्राइवर की सेवा समाप्त भी कर दी जाती। जिलाधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी अतुल कुमार विद्यालय पहुंचे।वहां पर विद्यालय प्रबन्धन को निर्देश देते हुये अतुल कुमार ने कहा कि विद्यालय में एक नियंत्रण कक्ष बनाया जाये और इस कक्ष से घायल भर्ती बच्चों की जानकारी प्रति घण्टे अधिकारियों कसे अपडेट करायी जाये।

ये हुए घायल

कोंच। बुधवार सुबह हुए सड़क हादसे में जो लोग घायल हुए हैं उनमें चालक आशीष उम्र 25 पुत्र मोहरसिंह निवासी देवगांव, कक्षा यूकेजी का अथर्व उम्र 7 पुत्र अनिल, कक्षा 12 का विक्की उम्र 17 पुत्र रविन्द्र कुमार, कक्षा 4 की सोमिया उम्र 10 पुत्री अनिल कुमार, कक्षा 3 का सोनू उम्र 8 पुत्र अजीज, सूर्यांश उम्र 7 पुत्र पुष्पेंद्र, कक्षा 4 की मानवी उम्र 9 पुत्री पुष्पेंद्र पटेल, माधव पुत्र रजनीकांत, कक्षा 6 का अनिरुद्ध उम्र 12 पुत्र शत्रुघन, सौहिल उम्र 11 पुत्र अजीज, तानिष उम्र 6 पुत्र रजनीकांत, गजराज उम्र 6 पुत्र यशपाल, रितेश उम्र 13 पुत्र अनिल कुमार, कक्षा 9 का कार्तिक उम्र 14 पुत्र हरिओम पटेल, शिवम उम्र 14 पुत्र गंगाराम निवासीगण ग्राम फुलैला व कक्षा 8 का अंशुल कुमार उम्र 13 पुत्र यशपाल सिंह निवासी हिगुटा।

कानों में हैडफोन लगाकर चला रहा था गाड़ी

कोंच। बच्चों और उनके अभिभावकों ने बताया कि गाड़ी का ड्राइवर कानों में हैडफोन लगाकर गाड़ी चला रहा था। उसको ऐसा करने से मना भी किया गया लेकिन वह अपनी धुन में मस्त था। अभिभावकों की अगर मानें तो ड्राइवर नशा का आधी था जिसकी शिकायत भी उन्होंने स्कूल प्रशासन से की लेकिन विद्यालय द्वारा शिकायत को न तो गंभीरता से लिया गया और न गाडी के ड्राइवर को हटाया गया।

बच्चों का होगा बेहतर इलाज

कोंच। विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोहरसिंह से जव बात की तो उन्होंने कहा घटना दुखद है कौन दोषी किसकी लापरवाही है यह बाद का विषय है हमारी प्राथमिकता है पहले बच्चों का बेहतर इलाज हो।

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