झांसी। महानगर में शनिवार को ट्रक मालिक की लाश एक पेड़ पर लटकी मिली है। उसके पैर जमीन में टच थे। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। मृतक के ट्रक में 4 दिन पहले मूंगफली लोड हुई थी। जोकि महाराष्ट्र जानी थी, लेकिन वो बीच में ही गायब हो गई। ट्रांसपोर्टर ने जांच की तो पता चला कि मूंगफली मध्य प्रदेश में 4 लाख 58 हजार रुपए में बेची गई है। इसके बाद ट्रांसपोर्टर ट्रक मालिक की तलाश करता हुआ उसके घर पहुंच गया था। लेकिन ट्रक मालिक घर पर नहीं मिला और अगले दिन उसकी लाश मिली। फिलहाल पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतक का नाम अनिल कुमार (25) पुत्र परमानंद प्रजापति था। वह बबीना थाना क्षेत्र के मोटा खैलार का रहने वाला था। मृतक के बड़े भाई हरिराम प्रजापति ने बताया कि अनिल का एक ट्रक है। जिस पर विनोद ड्राइवर था। 3 अक्टूबर को पिछोर के एक ट्रांसपोर्ट से ट्रक में मूंगफली लोड हुई। जोकि महाराष्ट्र जानी थी। जब ट्रक महाराष्ट्र नहीं पहुंचा तो ट्रांसपोर्टर ने अनिल को फोन लगाकर जानकारी दी। इसके बाद जांच पड़ताल की तो पता चला कि मूंगफली को मध्य प्रदेश के करैरा में 4 लाख 58 हजार रुपए में बेच दिया। वहां से 2 लाख 58 हजार पेमेंट भी ले ली गई।
हरिराम ने आगे बताया कि 'ट्रांसपोर्टर ने ड्राइवर विनोद को पकड़ लिया। तब विनोद ने उनसे कहा कि मूंगफली मेरे भाई अनिल ने बेची है। Ó उन्होंने आगे बताया कि शुक्रवार सुबह 11 बजे मेरा भाई अनिल यह कहते हुए घर से बाइक लेकर निकला था कि ट्रांसपोर्टर के पास जा रहा हूं। शाम करीब 4 बजे ट्रांसपोर्टर ड्राइवर को लेकर मेरे घर आ गया। तब मेरा भाई घर पर नहीं था। अनिल का नंबर स्विच ऑफ जा रहा है। उसका कोई पता नहीं चल रहा है। मैंने फोन लगाया तो अनिल का नंबर बंद था।
हरिराम ने आगे बताया कि ट्रांसपोर्टर के फोन आने के बाद हम अनिल की तलाश में जुट गए। लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। रात करीब डेढ़ बजे अनिल ने छोटी बहन क्रांति को फोन लगाया। बताया कि 50 हजार रुपए उसके पास हैं और एक लाख 70 हजार रुपए जीतू के पास हैं। इसके बाद फोन काट दिया। बहन ने मुझे फोन किया तो रात दो बजे उसे रेलवे पटरियों पर ढूंढ़ने गया, लेकिन अनिल का कोई सुराग नहीं लगा। शनिवार सुबह गांव के लोग पशु चराने गए तो सुनसान जगह पर उनको एक पेड़ पर लाश लटकी मिली। पास जाकर देखा तो लाश अनिल की थी। सूचना पर परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गए।
हरिराम ने बताया कि भाई पेड़ पर रस्सी के फंदे पर लटका हुआ था। उसके पैर जमीन में टच हो रहे थे और पास में ही उसकी बाइक खड़ी थी। जेब में मोबाइल था, लेकिन सिम उसकी नहीं थी। उसके पास सिर्फ 20 रुपए मिले है। किसी भी तरीके से नहीं लग रहा है कि अनिल ने फांसी लगाई है। हम आशंका है कि उसकी हत्या की गई है।अनिल की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। उसकी शादी 6 माह पहले ही संगम देवी से हुई थी। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी संगम बेहोश हो गई। अनिल के पिता की एक साल पहले मौत हो गई थी। तीन भाइयों में अनिल सबसे छोटा था। तीनों भाई अलग-अलग रहते हैं। पिता की मौत के बाद मां संता देवी अनिल के साथ ही रह रही थी। बीएचईएल चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह का कहना है कि प्रथमदृष्टया मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का लग रहा है। अनिल के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। उसमें स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। परिजन तहरीर देंगे तो जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।