छत्तीसगढ़ में अचानक बदला मौसम: तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि, फसलों को लेकर चिंतित हुए किसान

Hailstorm with strong storm in Chhattisgarh : कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में रविवार13 अप्रैल 2025 को मौसम ने अचानक पलटी मारी और करीब 40 मिनट तक जोरदार ओलावृष्टि हुई। ओले इतने बड़े थे कि स्थानीय लोग उनकी तुलना देसी आलू से करने लगे। इस बदले हुए मौसम ने गर्मी से तो राहत दी, लेकिन किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गया। तेज बारिश और ओलों ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया, जिससे खेतों में खड़ी फसलें तबाह हो गईं। यह समय फसलों की कटाई के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की बुवाई का भी है, इसलिए किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
कोंडागांव में ओलावृष्टि के बाद तापमान में भारी गिरावट आई, और मौसम किसी हिल स्टेशन जैसा हो गया। लोग ठंडी हवाओं और बदले माहौल का मजा लेते दिखे, लेकिन खेतों में बर्बादी देखकर किसानों के चेहरे लटक गए। कई किसानों ने बताया कि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया, क्योंकि फसलें अब बिकने लायक नहीं रहीं।
राजनांदगांव में गर्मी का कहर
दूसरी ओर, राजनांदगांव में लोग भीषण गर्मी से बेहाल हैं। मौसम विभाग रायपुर के अनुसार, 12 अप्रैल को राजनांदगांव में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा था। रायपुर और बिलासपुर में भी पारा 40 डिग्री से ऊपर रहा। रविवार को भी इन इलाकों में गर्मी का प्रकोप जारी रहा। हालांकि, मौसम विभाग ने 14 अप्रैल से मौसमी गतिविधियों में तेजी की भविष्यवाणी की है, जिसके चलते कुछ जगहों पर हल्की बारिश और गरज-चमक के आसार हैं।
सरगुजा में हल्की बूंदाबांदी
शनिवार को सरगुजा संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई। अंबिकापुर में दिन का तापमान 37.2 डिग्री और रात का 23.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जशपुर के मनोरा में 10 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर सरगुजा और बस्तर जैसे इलाकों में दिख रहा है, जिससे बारिश और ठंडक बढ़ी है।
कहां होगी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, 14 से 16 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। 14 अप्रैल को सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ती, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, कबीरधाम, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर में बूंदाबांदी हो सकती है। 15 अप्रैल को इनमें से कुछ जगहों पर हल्की बारिश होगी, जबकि 16 अप्रैल को गरियाबंद, धमतरी, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर में बारिश के आसार हैं।
मौसम बदलने की वजह
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि कश्मीर घाटी और आसपास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जो समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश से लेकर तेलंगाना तक एक चक्रवाती परिसंचरण और द्रोणिका रेखा बनी हुई है। यही वजह है कि बस्तर और सरगुजा जैसे इलाकों में बारिश और मौसमी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। रविवार को भी सरगुजा, जशपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।