दिल्ली: अरविंद केजरीवाल ने आयुष्मान भारत को लेकर PM पर किया पलटवार, कहा- दिल्ली मॉडल बेहतर
Arvind Kejriwal Hits Back at PM Modi : नई दिल्ली। पूर्व सीएम अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के लागू न होने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। आप प्रमुख केजरीवाल ने दावा किया कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने आयुष्मान भारत योजना में कई अनियमितताएं पाई हैं। इसकी तुलना में दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा मॉडल ज्यादा बेहतर है।
पीएम मोदी ने दिया था ये बयान
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में मंगलवार को पीएम मोदी ने दिल्ली और बंगाल में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा से वरिष्ठ नागरिकों को बाहर रखे जाने पर निराशा व्यक्त की और इसे एक चूका हुआ अवसर बताया। अपने भाषण में उन्होंने राजधानी और बंगाल के बुजुर्गों से माफी मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा, मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से माफी मांगता हूं। मैं आपका दर्द समझता हूं, लेकिन राज्य सरकारों के फैसलों के कारण मैं आपकी मदद नहीं कर सकता।
अरविन्द केजरीवाल ने कही ये बात
प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने तर्क दिया कि दिल्ली का मॉडल सभी के लिए व्यापक मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है, चाहे इलाज की लागत कितनी भी हो, जबकि आयुष्मान भारत योजना के विपरीत, जिसके बारे में उनका दावा है कि इसमें प्रतिबंधात्मक मानदंड हैं और इसे अपर्याप्त रूप से लागू किया गया है।
दिल्ली सरकार की योजना के तहत दिल्ली में रहने वाले हर व्यक्ति को पूरा इलाज मुफ्त मिलता है, चाहे इसकी कीमत कितनी भी हो - पांच रुपये की एक गोली से लेकर एक करोड़ के इलाज तक, दिल्ली सरकार हर व्यक्ति को मुफ्त में पूरा इलाज मुहैया कराती है। अगर आप मुझे बताएंगे, तो मैं आपको उन लाखों लोगों के नाम भेजूंगा, जिन्हें इसका लाभ मिला है," दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा।
इसके बाद केजरीवाल ने सवाल किया कि क्या आयुष्मान भारत योजना से लोगों को फायदा होता है। केजरीवाल ने आगे कहा, सीएजी ने आयुष्मान भारत योजना में कई अनियमितताएं पाई हैं। जिन राज्यों में आयुष्मान योजना लागू है, वहां आज तक मैं एक भी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिला, जिसका आयुष्मान भारत के तहत इलाज हुआ हो। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप दिल्ली मॉडल का अध्ययन करें और आयुष्मान भारत योजना के बजाय पूरे भारत में दिल्ली मॉडल को लागू करें, ताकि लोगों को जमीनी स्तर पर फायदा मिल सके।