MP News: आयुष मंत्रालय जल्द बदलेगा NCISM के सभी अध्यक्ष, आयुर्वेद, यूनानी समेत अन्य चिकित्सा पद्धतियों में होगी नियुक्ति
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AYUSH Ministry will soon Change all four Chairmen of NCISM : भोपाल। केंद्रीय आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मंत्रालय ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने और उनके मानकों को बेहतर बनाने के लिए भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (NCISM) के विभिन्न बोर्डों के अध्यक्षों को बदलने की घोषणा की है। इस फैसले से आयुर्वेद, सिद्धा, सोवारिग्पा, और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों के कॉलेजों की शिक्षा और मान्यता प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुधार लाने की उम्मीद जताई जा रही है।
आयुष मंत्रालय ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी कर दी है, जिसमें कहा गया है कि जल्द ही भारतीय चिकित्सा पद्धति के चार प्रमुख बोर्डों के अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। इन बोर्डों में आयुर्वेद बोर्ड, यूनानी, सिद्धा और सोवारिग्पा बोर्ड, मेडिकल असिसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड, और मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड शामिल हैं। यह निर्णय देशभर में आयुर्वेद, यूनानी और अन्य चिकित्सा पद्धतियों के कॉलेजों और उनकी मान्यता प्रक्रिया में सुधार करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
यह पहला अवसर है जब इन चारों बोर्डों के अध्यक्षों को एक साथ बदला जा रहा है। इन पदों पर नियुक्तियां एक प्रकार से संवैधानिक होती हैं, जो न केवल प्रदेशों बल्कि देशभर के एएसयू मेडिकल कॉलेजों के भविष्य को प्रभावित करती हैं। इन नियुक्तियों के लिए आयुष मंत्रालय ने ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं और इसके लिए शर्तें भी निर्धारित की गई हैं।
आयुर्वेद डॉक्टर्स, जिनके पास कम से कम 15 साल का अनुभव और 7 साल का विभागाध्यक्ष या संस्था प्रमुख के रूप में कार्य करने का अनुभव है, वे इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की उम्र सीमा 65 साल तक निर्धारित की गई है। इन नियुक्तियों के बाद, आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धा और सोवारिग्पा के कॉलेजों के संचालन में महत्वपूर्ण बदलाव देखे जा सकते हैं।
डॉ पाण्डेय ने बताया कि भोपाल मध्यप्रदेश, जयपुर राजस्थान, पटना बिहार, बरेली उत्तरप्रदेश, रायपुर छत्तीसगढ़, नईदिल्ली, गुजरात समेत देशभर में आयुर्वेद, सिद्धा , सोवारिग्पा व यूनानी मेडिकल के 700 से ज्यादा कॉलेज संचालित हैं। सूत्र बताते हैं कि मार्च 2025 इसी माह से प्रदेश समेत देशभर के एएसयू मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण होना है।
वर्जन
आयुष मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर दी है। देशभर के आयुर्वेद,सिद्धा, सोवारिग्पा व यूनानी कॉलेजों के गहन निरीक्षण के पश्चात नवीन नियुक्तियां करें ताकि मान्यतायें समय से जारी हो सकें।
- डॉ राकेश पाण्डेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आयुष मेडिकल एसोसिएशन