CG Triple Murder Case: बलरामपुर ट्रिपल मर्डर की सुलझी गुत्थी, लव अफेयर की वजह से गंवाई जान, प्रेमी के भाई ने रची साजिश
बलरामपुर ट्रिपल मर्डर
Balrampur Triple Murder Case : बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में हुए ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने बताया कि, तीनों की हटाया की वजह से प्यार है, इतना ही नहीं ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि प्रेमी के भाई ने ही की है। इस खुलासे के बाद परिजन समेत ग्रामीण शॉक में हैं। बता दें कि, एसपी ने इस मामले में लापरवाही बरतने के चलते कुसमी टीआई जितेंद्र जायसवाल को लाइन अटैच कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार आरोपी ने तीनों शव को गांव से 80 किलोमीटर दूर ले जाकर मारा गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला बलरामपुर थाना क्षेत्र के दहेजवार का है। बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि आरोपी मोख्तार अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने आरोपी को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, शुक्रवार 15 नवम्बर को बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट से लगे खेत में 3 नर कंकाल मिले थे, जिसमें तीन खोपड़ी समेत बॉडी के अन्य पार्ट्स बरामद किये गए थे। इसके अलावा पुलिस को घटनास्थल से साड़ी, सलवार, पैंट और अन्य कपड़ों भी मिले। तीनों की पहचान सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर , नाबालिग बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान और चेह साल का मासूम मिंटू ठाकुर के रूप में हुई। तीनों कुसुमी से 27 सितंबर से लापता थे।
जांच में सामने आया कि, मुस्कान का आरोपी के भाई से लव अफेयर था। झारखंड के बरगढ़ निवासी मुख्य आरोपी मोख्तार का छोटा भाई आरिफ अंसारी कुसमी में रहकर ठेकेदारी का काम करता है। आरिफ और मुस्कान के बीच प्रेम संबंध की पुष्टि कॉल डिटेल और मोबाइल चैट से हुई है।
घर पैसे नहीं भेजने से था नाराज
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि, मुख्य आरोपी मोख्तार अंसारी के पिता को सांप ने काट लिया था जिसके कारण उनके शरीर के अंग गलने लगे थे। इसके बावजूद मोख्तार का छोटा भाई आरिफ पिता के इलाज के लिए पैसे नहीं भेज रहा था और इस बात से मोख्तार नाराज था। इसी नाराजगी के चलते उसने मुस्कान और उसके परिवार के खिलाफ हत्या की साजिश रची।
कुल्हाड़ी से किया वार
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मोख्तार अंसारी ने कौशल्या ठाकुर मुस्कान और मिंटू ठाकुर की हत्या की। मोख्तार इन तीनों को कुसमी से बलरामपुर लेकर गया और दहेजवार में एक झोपड़ी में रखा। वहीं पास में कंकाल मिले थे।
रात को जब तीनों सो गए तो मोख्तार ने कुल्हाड़ी से उनके सिर और माथे पर कई वार किए। तीनों को रात में ही मार दिया और लाशों को एक पानी से भरे खाली खेत में बने नाले में फेंक दिया। शव गलकर बहने लगे जिससे बदबू ज्यादा नहीं फैली।
यह खेत महाराजगंज के एक मालिक का था। वह धान बोने के बाद खेत देखने नहीं आया था। शुक्रवार को जब वह धान काटने के लिए खेत में पहुंचा तो उसे वहां कंकाल मिले। बता दें कि, आरोपी ने जहां शवों को फेंका गया था उस इलाके में लोग कम ही आते थे।
पुलिस ने गुमशुदगी का अपराध नहीं किया दर्ज
बलरामपुर पुलिस पर मामले में लापरवाही के आरोप भी लग रहे हैं। तीनों की गुमशुदगी कुसमी थाने में दर्ज की गई थी लेकिन पुलिस ने मामले में अपराध नहीं दर्ज किया। सूरजदेव ठाकुर को शक था कि आरिफ ने इन तीनों को कहीं भगाकर ले जाने का काम किया है। इसके लिए उन्होंने कुसमी थाने में शिकायत की थी।
मुख्यमंत्री कैम्प में भी की थी शिकायत
कौशल्या की मां कमला बाई ने मुख्यमंत्री कैंप बगिया में भी शिकायत की थी लेकिन फिर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। आरिफ से पूछताछ में उसने बताया कि उसका भाई मोख्तार तीनों को लेकर गया था। मोख्तार से भी पूछताछ की गई लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ पाई।
थाना प्रभारी को किया लाइन अटैच
कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल को कार्रवाई के तहत पुलिस लाइन बलरामपुर अटैच किया गया है। रघुनाथनगर थाना प्रभारी संत लाल आयाम को कुसमी का थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। हालांकि इस फेरबदल का आदेश अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। इसे प्रशासनिक फेरबदल बताया जा रहा है।
बलरामपुर पुलिस को इस ट्रिपल मर्डर में अन्य आरोपी की संलिप्तता का शक है। पुलिस इसकी जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि क्या कौशल्या ठाकुर केवल मोख्तार के कहने पर वहां आई थी या इस मामले में अन्य आरोपी भी शामिल थे।