दिवंगत रामविलास पासवान को मिले भारत रत्न, जीतन राम मांझी ने लिखी राष्ट्रपति को चिट्ठी
पटना। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर रामविलास पासवान को भारत देने की मांग की है। लोजपा संस्थापक और बिहार के कद्दावर नेता पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था। आज पटना में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। अब मांझी ने मरणोपरांत उन्हें भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान से नवाजने की मांग की है।
मांझी से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार ने भी दिवंगत रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट कर केंद्र सरकार से उन्हें भारत रत्न दिए जाने की मांग की है। शनिवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'दिवंगत रामविलास पासवान को भारत रत्न मिलना चाहिए। शोषितों, वंचितों एवं दलितों के उत्थान के लिए हमेशा मुखर रहने वाले तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए आजीवन कार्य करने वाले महान राजनीतिज्ञ परम आदरणीय स्व रामविलास पासवान जी को 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाना चाहिए। मैं इसका समर्थन करता हूं।'
बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले रामविलास पासवान का गुरुवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। वे 74 साल के थे। पासवान देश के बड़े समाजवादी और दलित नेता थे। वे केंद्र की कई सरकारों में लगातार कैबिनेट मंत्री रहे। उनको करीब से जानने वाले पासवान को एक अच्छा प्रशासक बताते हैं। अपने हर कार्यकाल में उन्होंने कुछ खास किया, जिससे सरकार को वाहवाही मिली।