बिहार : बाढ़ का विकराल रूप, जमीन से हाईवे पर आई जनता
पटना। बिहार के कई जिलों में बाढ़ का विकराल रूप जारी है। राज्य के 12 जिलों में आई बाढ़ से अबतक 102 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 72 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, बाढ़ की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ के कारण आम जनता को हाईवे किनारे जिंदगी गुजारनी पड़ रही है।
दरभंगा के काकेघाटी गांव में लोग हाईवे 57 के किनारे जिंदगी जीने को मजबूर हैं। इस बारे में पुलिस ने एएनआई को बताया कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा को पुख्ता किया गया है और हाईवे को भी चालू रखा गया है। बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार के 12 जिले शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में अबतक 78 लोगों की मौत के साथ कुल 102 लोगों की मौत हुई है जबकि लगभग 72 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
बिहार में बाढ से मरने वाले 102 लोगों में सीतामढी में 27, मधुबनी में 23, अररिया में 12, शिवहर एवं दरभंगा में 10-10, पूर्णिया में 9, किशनगंज में 5, सुपौल में 3, पूर्वी चंपारण में 2 और सहरसा के एक व्यक्ति शामिल हैं। बिहार के बाढ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 133 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 114921 लोग शरण लिए हुए हैं । उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 776 सामुदायिक रसोई चलाए जा रहे हैं। केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां बूढी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर रविवार सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।