चिराग पासवान का छलका दर्द, कहा -पार्टी और परिवार को साथ रखने में रहा असफल
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने मंगलवार को चिराग पासवान को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया। उनकी जगह सूरजभान को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे पहले चिराग को उनके चाचा पशुपति पारस ने संसदीय दल के अध्यक्ष पद से बेदखल कर खुद इस पद पर काबिज हो गए हैं। पारस को लोजपा सांसदों का समर्थन हासिल है।
पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा।पार्टी माँ के समान है और माँ के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूँ। एक पुराना पत्र साझा करता हूँ। pic.twitter.com/pFwojQVzuo
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 15, 2021
चिराग पासवान ने ट्वीट में लिखा- ''पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा. पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए. लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है. पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं. एक पुराना पत्र साझा करता हूं.''
पूरे घटनाक्रम से आहत चिराग ने मंगलवार को अपना पक्ष रखने के लिए अपने चाचा पशुपति पारस को खुला पत्र लिखा। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि चाचा को परिवार में बड़े होने के नाते पार्टी और परिवार को एकजुट रखने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इसमें उन्होंने दुख जताया कि उनके चाचा ने पिता के रहने और उनके जाने के बाद कई बार पार्टी तोड़ने की कोशिश की है। इसके बावजूद वह उन्हें पिता समान मानते हुए उनका सानिध्य तलाशते रहे हैं।
पासवान की विरासत के उत्तराधिकारी -
चिराग पासवान अपने पिता स्व. रामविलास पासवान की विरासत के उत्तराधिकारी के तौर पर माने जा रहे थे। उनके पास संसदीय दल और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद था। उनको हटाकर अब पार्टी ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही सूरजभान को नए अध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराने के लिए निर्वाचन अधिकारी का दायित्व भी सौंपा गया है। सूरजभान से कहा गया है कि वह पांच दिन के भीतर कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर नए अध्यक्ष का चुनाव कराएं।
नेता चिराग से नाराज -
इससे पहले सोमवार को पशुपति कुमार पारस को पार्टी का लोकसभा में नेता चुना गया। पार्टी के लोकसभा में 6 सांसद हैं।पार्टी के नेता चिराग पासवान की बिहार विधानसभा चुनाव में अपनाई गई रणनीति को लेकर खफा माने जा रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार में मंत्रिमंडल के विस्तार की भी सुगबुगाहट है। इन दोनों के मिले-जुले प्रभाव के तौर पर वर्तमान घटनाक्रम को देखा जा रहा है।
चिराग अध्यक्ष पद से हटे -
लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस के आवास पर हुई। बैठक में सर्वसम्मति से चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर सूरजभान सिंह को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 17 को पटना में लोजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हो सकती है जिसमें नए अध्यक्ष का चयन होगा।