गंगा खतरे के निशान से ऊपर, बेगूसराय के कई गांवों में बाढ़ का संकट
बेगूसराय। बिहार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ते रहने के कारण बीते 24 घंटों के अंदर बेगूसराय जिला के कई गांव पानी से घिर चुके हैं। इससे गांवों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है। उलाव ढाला के समीप गुप्ता बांध से रचियाही जाने वाली सड़क पर बनी पुलिया के अस्तित्व पर भी संकट गहराता जा रहा है। पानी के दबाव से यहां धसान लगातार हो रहा है। अगर यह पुलिया ध्वस्त हो जाती है तो 30 हजार से अधिक आबादी के आवागमन पर असर पड़ जाएगा।
गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ते रहने के कारण दियारा क्षेत्र की आधी से अधिक आबादी का जहां प्रखंड एवं जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो चुका है। वहीं कई जगहों का संपर्क कल शनिवार की सुबह तक भंग हो जाएगा। लगातार बढ़ते जल स्तर को लेकर प्रशासनिक स्तर पर किसी प्रकार के राहत कार्य की व्यवस्था नहीं की गई है।
इधर, बीते 24 घंटा में गंगा का जलस्तर बक्सर में चार सेंटीमीटर, दीघा में 10 सेंटीमीटर, गांधी घाट में आठ सेंटीमीटर, हाथीदह में 13 सेंटीमीटर, मुंगेर में 17 सेंटीमीटर, भागलपुर में नौ सेंटीमीटर तथा कहलगांव में 16 सेंटीमीटर बढ़ा है। हालांकि, इलाहाबाद में 36 सेंटीमीटर तथा वाराणसी में 42 सेंटीमीटर पानी घट गया है।
शुक्रवार की सुबह गंगा का जलस्तर गांधी घाट में खतरा के निशान से 88 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है, जबकि गंगा हाथीदह में खतरा के निशान से 51 सेंटीमीटर, दीघा में 25 सेंटीमीटर तथा कहलगांव में 13 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बागमती का जलस्तर ढेंग में खतरा के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है। बूढ़ी गंडक सिकंदरपुर में घट रही है, समस्तीपुर में बढ़ रही है तथा खगड़िया में खतरा के निशान से 71 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है। पुनपुन श्रीपालपुर में खतरा के निशान से 146 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है, जबकि अधवारा समूह की नदी स्थिर है।