सरकार ने तेजस्वी यादव को नहीं दी क्लीन चिट
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पांच देशरत्न मार्ग स्थित बंगले की साज-सज्जा पर अपने पद का दुरुपयोग कर तेजस्वी यादव ने करोड़ों खर्च कराए। इस मामले में तेजस्वी को सरकार ने कोई क्लीन चिट नहीं दी है। आखिर किस नियम के तहत तेजस्वी ने भवन निर्माण विभाग के अतिरिक्त पुल निर्माण निगम से 59 लाख कीमती के फर्नीचर मंगवाये।
शनिवार को जारी बयान में उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया है कि तेजस्वी ने किस प्रावधान के तहत केवल कमरे में ही नहीं बल्कि शौचालय तक मिलाकर 44 एसी लगवाए। 35 महंगे लेदर सोफा, विदेशी ग्रेनाइट/मार्बल, दीवारों की वूडेन पैनलिंग और फर्श पर वूडेन फ्लोरिंग,मॉड्यूलर किचेन, 464 महंगी फैंसी एलईडी लाईट, 108 पंखा, लाखों का बिलियडर्स टेबल व कीमती पर्दे आदि पर सरकारी धन खर्च किया। कहा है कि तेजस्वी की अपव्ययता, फिजूलखर्ची व बंगले की सेवेन स्टार वाली साज-सज्जा के बाद ही तो भवन निर्माण विभाग को नयी गाइडलाइन जारी करनी पड़ी है, ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति तेजस्वी की तरह सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं कर सके। सुप्रीम कोर्ट को भी तेजस्वी पर 50 हजार रुपये का दंड लगाकर उन्हें बंगला खाली करने के लिए निर्देश देना पड़ा।
ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू परिवार की बेनामी सम्पत्ति और उनके भरोसेमंद अवामी बैंक के दर्जनों खाते जब्त करने की कार्रवाई पर अपीलीय अथॉरिटी का मुहर लगना राजनीति को कालाधन बनाने का जरिया बनाने की प्रवृत्ति पर कानून का करारा तमाचा है। उधर, कालेधन को पॉलिटिकल कवर देने के लिए लालू प्रसाद नोटबंदी का विरोध कर रहे थे।