लालू प्रसाद यादव ने किसानों को दी बधाई, कहा- बहुमत में अहंकार नहीं...
पटना। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय के बाद बिहार की राजनीति में नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गयी है । बिहार में किसान आंदोलन में किसानों के समर्थन में उतरे नेता प्रतिपक्ष यादव ने आज सबसे पहले प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है।
विश्व के सबसे लंबे,शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक किसान सत्याग्रह के सफल होने पर बधाई।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 19, 2021
पूँजीपरस्त सरकार व उसके मंत्रियों ने किसानों को आतंकवादी,खालिस्तानी,आढ़तिए,मुट्ठीभर लोग,देशद्रोही इत्यादि कहकर देश की एकता और सौहार्द को खंड-खंड कर बहुसंख्यक श्रमशील आबादी में एक अविश्वास पैदा किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि "26 नवंबर से किसान आंदोलनरत थे। बिहार चुनाव नतीजों के तुरंत पश्चात हम किसानों के समर्थन में सड़कों पर थे" । तेजस्वी ने दूसरे ट्वीट में कहा है कि "इसी दिन किसान विरोधी नीतीश-भाजपा ने इन कृषि कानूनों का विरोध एवं किसानों का समर्थन करने पर मुझ सहित हमारे अनेक नेताओं/कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया. किसानों की जीत हुई"।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि "विश्व के सबसे लंबे, शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक किसान सत्याग्रह के सफल होने पर बधाई। पूँजीपरस्त सरकार और उसके मंत्रियों ने किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी, आढ़तिए, मुट्ठीभर लोग, देशद्रोही इत्यादि कहकर देश की एकता और सौहार्द को खंड-खंड कर बहुसंख्यक श्रमशील आबादी में एक अविश्वास पैदा किया"। एक अन्य ट्वीट में राजद सुप्रीमो ने कहा कि "देश संयम, शालीनता और सहिष्णुता के साथ विवेकपूर्ण, लोकतांत्रिक और समावेशी निर्णयों से चलता है ना कि पहलवानी से! बहुमत में अहंकार नहीं बल्कि विनम्रता होनी चाहिए"।