मुजफ्फरपुर आश्रय गृह: बिहार नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा से राजद ने मांगा इस्तीफा
नई दिल्ली। मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौनाचार मामले में बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि अगर समाज कल्याण मंत्री का इस्तीफा इस मामले में लिया जा सकता है तो नीतीश कैबिनेट में शामिल भारतीय जनता पार्टी के विधायक व नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा अभी तक अपने पद पर क्यों बने हुए हैं। झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनसे जल्द इस्तीफा ले लेना चाहिए।
इस बीच मुजफ्फरपुर का बहुचर्चित बालिका गृह कांड एक-एक कर जेडीयू नेताओं का पर्दाफाश करता जा रहा है। दामोदर रावत के बेटे राजीव रावत को जदयू से निकाल दिया गया है। राजीव रावत युवा जदयू के प्रदेश महासचिव थे। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि एेसी जानकारी मिली थी कि राजीव रावत ब्रजेश ठाकुर के मुजफ्फरपुर स्थित होटल एमआर पैलेस में रुका करते थे। इस खुलासे के बाद रावत को उनके पद से हटाया गया है। उधर, मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड में इस्तीफ़ा देने वाली पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने भी मंत्रिमंडल के सहयोगी मंत्री सुरेश शर्मा के इस्तीफ़े की मांग की है।
जब इस संवाददाता ने मंत्री सुरेश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि इस मामले में उनकी कोई संलिप्तता नहीं है। मंजू वर्मा को खुद इस्तीफा देना पड़ा, इसलिए वह उनको भी लपेटना चाहती हैं। हालांकि अजय आलोक से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सुरेश शर्मा के इस मामले में संलिप्तता के सबूत अभी तक सामने नहीं आए हैं। मंजू वर्मा क्या कहती हैं, इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मामले की जांच सीबीआई कर रही है। दो दिन पहले एजेंसी ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित आवास पर भी छापा मारा था। इस दौरान एजेंसी को वहां से कई दस्तावेज बरामद हुए थे।