कंगना की 'इमरजेंसी' पर बवाल: पंजाब में सिख संगठनों का विरोध, थियेटरों में शो बंद
पंजाब में सिख संगठनों का विरोध
Kangana's 'Emergency: बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की फिल्म 'इमरजेंसी' आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई। हालांकि, फिल्म का विरोध शुरू हो गया है। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और मोहाली में सिख संगठनों ने सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में काले झंडे नजर आए। स्थिति को संभालने के लिए इन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
कंगना रनोट की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज होते ही पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और मोहाली में सिख संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। विरोध के चलते फिलहाल इन शहरों के सिनेमाघरों में फिल्म के शो रोक दिए गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में काले झंडे लेकर फिल्म के खिलाफ नारेबाजी की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
SGPC का आरोप: सिख समुदाय को गलत ढंग से दिखाया गया
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमें सिख समुदाय और उनके संघर्ष को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है। SGPC के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर फिल्म को राज्य में बैन करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 1975 के आपातकाल के दौरान सिख समुदाय के योगदान और बलिदान को नजरअंदाज कर उन्हें नकारात्मक छवि में दिखाया गया है।
कंगना रनोट ने किया आरोपों से इनकार
कंगना रनोट ने SGPC के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी फिल्म में सिख समुदाय के प्रति कोई अपमानजनक बात नहीं है। उन्होंने दावा किया कि ‘इमरजेंसी’ ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है और इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में लगाए गए आपातकाल की वास्तविकता को दिखाया गया है।
बांग्लादेश में पहले ही हो चुकी है बैन
फिल्म के पहले ट्रेलर में पंजाब के आतंकवाद और बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम को दिखाया गया था, जिसके कारण यह फिल्म बांग्लादेश में बैन हो गई थी। बाद में नया ट्रेलर जारी किया गया, जिसमें ब्लू स्टार ऑपरेशन, जरनैल सिंह भिंडरांवाले और सिख समुदाय से जुड़े विवादित सीन हटा दिए गए।
पंजाब सरकार ने नहीं दिया आधिकारिक बयान
पंजाब सरकार ने अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, AAP के प्रदेशाध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य में शांति भंग करने वाले किसी भी कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी। फिल्म पर रोक लगाने का अंतिम फैसला मुख्यमंत्री करेंगे।
CBFC से क्लीयरेंस के बाद रिलीज
पहले यह फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होनी थी, लेकिन CBFC से क्लीयरेंस न मिलने के कारण इसकी रिलीज टाल दी गई थी। संशोधित ट्रेलर और कट्स के बाद इसे अब रिलीज किया गया है, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।