छत्तीसगढ़ नक्सल एन्काउंटर: कांकेर-नारायणपुर सीमा पर मुठभेड़ जारी, सुरक्षाबलों ने 5 नक्सलियों को किया ढेर, दो जवान घायल
Narayanpur Naxal Encounter
Chhattisgarh Naxal Encounter: कांकेर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच मुठभेड़ हो रही है। यह मुठभेड़ कांकेर-नारायणपुर सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में हो रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि, कांकेर नारायणपुर सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच सुबह से गोलीबारी जारी है।
जानकारी के अनुसार, अब तक इस मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे जा चुके है। नक्सलियों की बड़ी पार्टी से शनिवार 16 नवंबर की सुबह से जवानों की मुठभेड़ जारी है। एसपी आई के एलिसेला ने पुष्टि की है। मौके से कई हथियार भी बरामद हुए हैं। इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। फिलहाल जवानों के वापस आने पर स्पष्ट जानकारी मिल पाएगी। छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार, सुरक्षा बलों ने शुक्रवार रात को तलाशी अभियान चलाया था।
अभी भी जारी मुठभेड़
इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की सूचना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए हैं। दोनों घायल जवानों को मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। मुठभेड़ अभी जारी है, दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है।
बस्तर को नक्सल मुक्त बनाकर विकास की ओर ले जा रहे
नक्सलियों के साथ मुठभेड़ पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, अपने वादे के मुताबिक डबल इंजन की सरकार बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने के लिए कड़े कदम उठा रही है। हमारे सुरक्षा बल दूरदराज के इलाकों में जाकर नक्सलियों से लड़ रहे हैं...हम बस्तर को धीरे-धीरे नक्सल मुक्त बनाकर विकास की ओर ले जा रहे हैं।
गौरतलब है कि, इससे पहले छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मुठभेड़ में मारे गए 8 लाख रुपये के इनामी प्लाटून कमांडर समेत तीन नक्सलियों के शव सुरक्षा बलों ने 9 नवंबर को बरामद किए थे। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया था कि इलाके से हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया है।
यह मुठभेड़ 8 नवंबर को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), विशिष्ट कोबरा इकाई के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच उसूर-बासागुड़ा-पामेड़ के त्रि-जंक्शन पर स्थित रेखापल्ली-कोमठपल्ली की जंगली पहाड़ियों में हुई थी।