कॉमनवेल्थ गेम्स का हुआ समापन, भारत 61 पदक जीतकर चौथे स्थान पर रहा
बर्मिंघम। राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत का अभियान समाप्त हो गया। इन खेलों में भारत का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। भारत ने कुल 61 पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया। भारत के लिए इस बार कुश्ती में सर्वाधिक पदक आए। खास बात यह है कि इन खेलों में हिस्सा ले रहे सभी भारतीय पहलवानों ने भारत के लिए पदक जीते। इसके भारत ने भारोत्तोलन में 10 पदक, एथलेटिक्स में 8 पदक, मुक्केबाजी में 7 और बैडमिंटन में 6 पदक जीते।
लॉन बाउल्स में भारत ने रचा इतिहास
भारत के नजरिए से इन खेलों में खास बात लॉन बॉल में भारतीय टीम का प्रदर्शन रहा। भारत ने इतिहास रचते हुए महिला वर्ग में स्वर्ण तो पुरूष वर्ग में रजत पदक जीता। कुश्ती में विनेश फोगाट ने रचा इतिहासविनेश फोगाट में 2014, 2018 और 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण जीता था। वह लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बन गई हैं। मीराबाई ने पहला स्वर्ण तो संकेत ने पहला रजत दिलाया।
इसके अलावा हॉकी में रजत पदक के साथ भारत का सफर खत्म हुआ। भारोत्तोलन में संकेत सरगर ने पहला पदक दिलाया था तो वहीं, मीराबाई चानू ने पहला स्वर्ण पदक दिलाया। इसके बाद सभी पहलवानों ने पदक जीतकर इतिहास दोहराया। बॉक्सिंग और बैडमिंटन में भी भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल किया। एथलेटिक्स और लॉन बॉल में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया। इसके अलावा पैरा एथलीटों ने भी कई पदक दिलाए। इसी वजह से शूटिंग के न होने के बावजूद भारत इस बार 61 पदक ला पाया।
कुश्ती में भारत को सर्वाधिक 12 पदक मिले, सभी भारतीय पहलवानों ने जीते 12 पदक
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय पहलवानों ने 12 पदक जीते। जिनमें 6 स्वर्ण, 1 रजत और पांच कांस्य पदक शामिल है।भारोत्तोलन में भारत को मिले 11 पदक मिले (एक पैरा भारोत्तोलन) ,जिसमें 4 स्वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल हैं।
एथलेटिक्स में भारत को मिले 8 पदक
इस बार इन खेलों में भारत के लिए एथलेटिक्स में उम्मीद से ज्यादा बेहतर परिणाम निकले। भारत ने एथलेटिक्स में 8 पदक जीते, जिसमें 1 स्वर्ण, चार रजत और 3 कांस्य पदक शामिल हैं।मुक्केबाजी में भारतीय दल को सात पदक मिले , जिसमें 3 स्वर्ण, 1 रजत और तीन कांस्य पदक हैं। बैडमिंटन में भारतीय शटलरों ने जीते 6 पदक बैडमिंटन में इस बार भारतीय शटलरों मे कमाल कर दिया। भारतीय शटलरों ने 3 स्वर्ण 1 रजत और 2 कांस्य पदक जीते।
टेबल टेनिस में भारत ने जीते 5 पदक
टेबल टेनिस ने भी भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा। भारत ने इस स्पर्धा में 3 स्वर्ण सहित 5 पदक जीते। स्वर्ण-अचंता शरथ कमल, टीटी पुरुष टीम, शरथ-श्रीजा की मिश्रित युगल जोड़ी।रजत-शरथ की साथियान पुरूष युगल जोड़ी कणस्य-जी साथियान। इसके अलावा भारत ने स्क्वैश में दो कांस्य (सौरव घोषाल-, दीपिका पल्लीकल / सौरव घोषाल ) पदक जीता। वहीं भारत ने पैरा टेबल टेनिस में 1 स्वर्ण (भाविना पटेल) और एक कांस्य (सोनलबेन पटेल) जीता। भारत की महिला हॉकी टीम ने कांस्य और पुरूष हॉकी टीम ने रजत पदक जीता, जबकि भारतीय क्रिकेट टीम ने रजत पदक पर कब्जा किया।
भारत नकुल 61 पदकों (22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक) के साथ पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहा। ऑस्ट्रेलिया 142 पदकों (52 स्वर्ण, 44 रजत और 46 कांस्य) के साथ पहले नंबर पर रहा। दूसरे नंबर पर इंग्लैंड 132 पदकों (स्वर्ण-47, रजत-47, कांस्य-38) के साथ रहा। वहीं कनाडा 70 पदकों (19 स्वर्ण, 25 रजत और 26 कांस्य) के साथ तीसरे नंबर पर रहा।बता दें कि गोल्ड कोस्ट 2018 में पिछले संस्करण में, भारतीय एथलीटों ने कुल 66 पदक जीते थे। जिसमें 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल हैं। इस तरह भारत मेजबान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे स्थान पर रहा था।