MP Budget Session 2025: मंडला एनकाउंटर को फर्जी बताकर विधानसभा में कांग्रेस का हंगामा, नारेबाजी कर किया वॉक आउट

MP Budget Session 2025 : भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज मंगलवार को छठवां दिन है। इस दौरान विपक्ष ने सदन में जोरदार नारेबाजी करते हुए मंडला एनकाउंटर के खिलाफ प्रदर्शन किया है। कांग्रेस ने मंडला नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा कि, पुलिस ने अपना टारगेट पूरा करने के लिए आदिवासी की हत्या की है। रिटायर्ड जज से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। इस दौरान कांग्रेसियों ने पीड़ित परिवार को न्याय देने के नारे लगाए।
विधानसभा ध्यानाकर्षण के दौरान कांग्रेस नेता विक्रांत भूरिया ने कहा नक्सली के नाम पर निर्दोष आदिवासियों के संबंध में मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा। पुलिस ने अपना टारगेट पूरा करने के उद्देश्य से आदिवासी की हत्या की है, एक ओर सरकार प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त करने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर नक्सली के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मौत के घाट उतारने का काम यह सरकार कर रही है।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि, NCRB रिपोर्ट में मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं और मध्य प्रदेश की सरकार आदिवासियों की सुरक्षा करने एवं उनके समुचित विकास करने में विफल रही है।
कांग्रेस नेता विक्रांत भूरिया ने कहा कि, मंडला में हुए फर्जी एनकाउंटर में मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दे साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दिए जाने की मांग की है। अगर वो नक्सली नहीं है तो आपको उनको न्याय देने में क्या दिक्कत है। अगर न्याय नहीं दिया गे तो आदिवासी कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी पूरी से इनका विरोध करेगी और स्तर पर इसके खिलाफ प्रदर्शन भी करेगी।
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि जांच में अगर यह परिवार नसक्ली या नक्सली समर्थक नहीं पाया गया तो एक सदस्य को सरकारी नौकरी और जरूरत पड़ने पर 1 करोड़ की राशि भी दी जायेगी।
संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मंत्री जी ने सदन में घोषणा कर दी है। इस पर उमंग सिंघार ने पूछा अभी आपने 10 लाख की सहायता राशि नक्सली को दी है या आदिवासी को दी है?
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा संसदीय कार्यमंत्री ने 1 करोड़ की सहायता राशि और नौकरी दी जाएगी। उमंग सिंघार ने कहा कि घटना कैसे हुई? यह जांच का विषय है, बालाघाट में भी ऐसी घटना हुई थी। उसे मामले में सरकार ने उनके परिवार ने किसी को नौकरी दी जाएगी।
क्या उन्हें 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाएगी? विधानसभा अध्यक्ष ने कहा यह विषय संवेदनशील है। इसके बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, फिर कार्यवाही से वॉक आउट कर दिया।