एम्स निदेशक डॉ गुलेरिया ने बताया कब आएगी तीसरी लहर, कितनी होगी प्रभावी

नईदिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (दिल्ली एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण के मामले कम तो हो रहे हैं लेकिन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को खारिज नहीं किया जा सकता। ऐसे में हर किसी को कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा।
डॉ. गुलेरिया ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण की गति कैसी होगी या वो कैसे म्यूटेट करेगा इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि यह दूसरी लहर की तरह गंभीर नहीं होगी। ऐसे में सभी को सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकने या उसके प्रभाव को कम करने के लिए हर व्यक्ति को दृढ़ता से प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी बनाने से लेकर मास्क लगाने सहित सभी जरूरी निर्देशों का पालन करना चाहिए।
हर्ड इम्युनिटी बढ़ी -
गुलेरिया ने कहा कि लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसके चलते लोगों में हर्ड इम्युनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सीरो सर्वे के जो नतीजे आये हैं वह संतोषजनक हैं। इसके मुताबिक देश की बड़ी आबादी में कोरोना के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है। ऐसे में माना जा रहा है की तीसरी लहर पहली दो लहरों के मुकाबले कमजोर होगी। लेकिन इसे रोकने के लिए हर व्यक्ति को सावधानी बरतनी होगी। कोरोना अनुरूप आचरण का पालन करके संभावित तीसरी लहर के असर को कम किया जा सकता है।