आंध्र प्रदेश : आईआईआईटी श्रीसिटी में होगा बिजनेस इन्क्यूबेटर, ज्ञान सर्किल वेंचर्स - रमेश पोखरियाल निशंक
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नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित आईआईआईटी श्रीसिटी में टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर, ज्ञान सर्किल वेंचर्स की शुरूआत की गई। यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित, नवाचार एवं उद्यमिता विकास का केंद्र है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये
इसका उद्घाटन किया और कहा कि भारत के लिए प्रौद्योगिकीय वरीयता और आत्मनिर्भरता के लिए प्रयास करने का यह सही समय है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा, "भारत विश्व में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत को 2 ट्रिलियन से 3 ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनने में केवल पांच वर्ष लगे। नवाचार वह साधन है जो इस प्रगति को संभव बनाता है। हमें आत्मनिर्भर बनने और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के अति प्रतिस्पर्धी युग में अग्रणी बने रहने के लिए नवाचार और उद्यमिता को बढावा देना होगा। ज्ञान सर्किल वेंचर्स जैसे केंद्रों में युवाओं में उद्यमिता की भावना पैदा करने और उन्हें सफल नवाचार की ओर अग्रसर करने की क्षमता है।"
उद्यमिता की भावना को ध्यान में रखते हुए 2020 में आईआईआईटी श्रीसिटी ने टीबीआई, ज्ञान सर्किल वेंचर्स का आरंभ किया है। ज्ञान सर्किल वेंचर्स सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा अनुमोदित टेकनोलॉजी इन्क्यूबेशन एंड डेवलपमेंट आफ एंटरप्रेन्योरशिप (टीआईडीई 2.0) के रूप में कार्य करेगा।
डॉ. निशंक ने बताया कि, "यह बिजनेस इन्क्यूबेटर कई विषयों में नवाचार और उद्यमिता का संवर्धन करता है। इनमें अवसंरचना विकास और स्मार्ट विनिर्माण शामिल हैं, परंतु यह इन विषयों तक ही सीमित नहीं है। यह इन्क्यूबेटर नई तकनीक जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लाक-चेन, साईबर फिजिकल सिस्टम (सीपीएस), साईबर सिक्यूरिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), रोबोटिक्स इत्यादि में शामिल होकर संस्थान की उद्यमिता भावना का विकास करेगा।
आईआईआईटी श्रीसिटी द्वारा किये कार्यो का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "आईआईआईटी श्रीसिटी संकाय सदस्यों और छात्रों की पूर्ण क्षमताओं का दोहन करने और समुदाय की आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता प्रदान करने के लिए नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति का संवर्धन करता है। यह कई प्रकार से उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देता है। आईआईआईटी श्रीसिटी शिक्षा मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ का भाग रहा है और इसने संस्थान की नवाचार परिषद (आईआईसी) का गठन किया है।"
इसके अतिरिक्त, आईआईआईटी श्रीसिटी ने एक उद्यमिता प्रकोष्ठ (ई-प्रकोष्ठ) की स्थापना की है ताकि छात्रों को नवाचारी विचार तैयार करने और उन्हें व्यापार संभावनाओं में परिवर्तित करने में समर्थ बनाया जा सके।
डॉ, निशंक ने कहा कि ज्ञान सर्किल वेंचर्स विभिन्न चरणों में निवेश, अवसंरचना और परामर्श के जरिए सहायता प्रदान करते हुए नवाचार तथा स्टार्टअप का हब बनेगा। टीबीआई में एक सलाहकार समिति होगी, जिसमें प्रमुख उद्योगपति, उद्यमी एवं तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह इन्क्यूबेटर को शैक्षिक एवं उद्योग जगत के विशेषज्ञ परामर्शदाताओं और नेटवर्क से लाभ उठाने में समर्थ बनाएगा।